पर्यावरण को समर्पित क्या देखें हैं आपने ऐसे शिक्षक?

By om prakash pandey Sep 7, 2019

शिक्षक दिवस पर शिक्षक हुए सम्मानित और उन्होंने किया वृक्षारोपण

आमतौर पर शिक्षक दिवस के दिन शिक्षकों को उनके बेहतर काम के लिए सम्मानित किया जाता है लेकिन शिक्षक दिवस पर जब पर्यावरण के लिए जागरूक दिखे शिक्षक तो क्या कहेंगे आप? है न अपने सम्मान से परे पर्यावरण और आमलोगों के बारे में सोचने वाले ये शिक्षक खास ? चौकिये मत! ये खास शिक्षक कहीं और के नही बल्कि आरा के ही सम्भावना स्कूल के शिक्षक हैं जिन्होंने बीते दिनों शिक्षक दिवस मनाया तो जरूर लेकिन पेड़-पौधे लगाकर अनोखे अंदाज में. अब ऐसे शिक्षको के बारे में जो भी जानेंगे क्या पता इनको फॉलो करने वाले भी पर्यावरण के लिए ऐसे ही जागरूक हो जाएं और लौट आये हमारी खोई हुई हरियाली….
खास रिपोर्ट




संभावना आवासीय उच्च विद्यालय शुभ नारायण नगर , आरा में पूर्व राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस के अवसर पर पिछले दिनों शिक्षक सम्मान समारोह तथा विद्यालय के संस्थापक दिवंगत शिक्षाविद स्व. हरिद्वार सिंह की स्मृति में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन विद्यालय प्रबंधन द्वारा किया गया.


शिक्षक सम्मान समारोह सह श्रद्धांजलि सभा का उद्घाटन विद्यालय के निदेशक डॉ. कुमार विजेंद्र, प्राचार्य डॉक्टर अर्चना सिंह तथा हेमंत प्रताप सिंह ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया. तत्पश्चात डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन और दिवंगत शिक्षाविद स्वर्गीय हरिद्वार सिंह के तैल चित्र पर निदेशक, प्राचार्य, अतिथि एवं विद्यालय के समस्त शिक्षक शिक्षिकाओं द्वारा माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित किया गया.


इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य अर्चना सिंह ने स्वागत संबोधन करते हुए कहा कि एक शिक्षक का कार्य अपने शिष्य के जीवन से अंधकार को दूर करना होता है. उन्होंने कहा कि आज के परिवेश में शिक्षण कार्य अपने आप में एक बहुत बड़ी चुनौती है, जो शुरू तो होता है, परंतु उसका अंत नहीं होता. उन्होंने कहा कि एक शिक्षक को अपने आप को इस प्रकार से तैयार करना है कि वह समाज की यातनाओं को सह कर भी अपने कर्तव्य का निर्वहन कर सकें. उन्होंने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जीवन एक शिक्षक के लिए प्रेरणास्रोत होना चाहिए. विद्यालय के दिवंगत संस्थापक शिक्षाविद स्व. हरिद्वार सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए डॉ सिंह ने कहा कि स्व. हरिद्वार सिंह कर्म योगी थे . बिहार सरकार के विभिन्न उच्च विद्यालयों में वर्षों तक बतौर शिक्षक व प्रधानाध्यापक के पद पर कार्यरत रहते हुए किसी भी दिन अपने विद्यालय में ना तो वे विलंब से पहुंचते थे और ना ही अनुपस्थित हुए. ऐसे कर्तव्यनिष्ठ शिक्षाविद का नहीं रहना हमारे विद्यालय के लिए अपूरणीय क्षति है. उन्होंने शिक्षक दिवस के अवसर पर सभी शिक्षक – शिक्षिकाओं को शुभकामनाएं व बधाई दी.


इस अवसर पर विद्यालय के वरिष्ठ शिक्षकों ने भी अपने उद्गार व्यक्त किए तथा संस्थापक स्व. हरिद्वार सिंह को अपना श्रद्धा सुमन अर्पित किया. विद्यालय के संगीत शिक्षक श्री सरोज कुमार ने निर्गुण भजन प्रस्तुत किया तथा उप प्राचार्य श्री राघवेंद्र कुमार वर्मा ने शिक्षक दिवस का काव्य पाठ किया.


इस अवसर पर विद्यालय के दिवंगत संस्थापक शिक्षाविद स्व. हरिद्वार सिंह की स्मृति में विद्यालय परिसर के अंदर निदेशक, प्राचार्य तथा सभी शिक्षक – शिक्षिकाओं द्वारा वृक्ष रोपण किया गया तथा पर्यावरण संरक्षण के लिए ज्यादा से ज्यादा वृक्ष लगाने का सभी ने संकल्प लिया.
इस अवसर पर निदेशक और प्राचार्य ने सभी शिक्षक – शिक्षिकाओं को उपहार देकर सम्मानित किया. मंच संचालन विद्यालय के उप प्राचार्य श्री राघवेंद्र कुमार वर्मा ने किया. धन्यवाद ज्ञापन करते हुए विद्यालय के प्रबंध निदेशक डॉ. कुमार द्विजेंद्र ने कहा की डॉ. राधाकृष्णन सादगी के प्रतीक थे. उनके क्रिया – कलाप प्रत्येक शिक्षक के लिए अनुकरणीय है. बच्चों के चरित्र निर्माण में एक शिक्षक की अहम भूमिका होती है. बच्चे चरित्रवान तभी बनेंगे जब शिक्षक का चरित्र उज्जवल हो. उन्होंने कहा कि हमें अपने कर्तव्य का निर्वहन अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनकर करनी चाहिए. हमें यह संकल्प लेना होगा की हम किसी भी प्रकार की अपसंस्कृति को फैलाने में मददगार नहीं बनेंगे. इस अवसर पर विद्यालय के सभी शिक्षक -शिक्षिकाएं और कर्मचारी उपस्थित रहे.

आरा से सावन कुमार की रिपोर्ट

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