दरभंगा में घटनाओं की श्रृंखला संयोग नहीं बल्कि प्रयोग
सांप्रदायिक ताकतों का सर उठाना प्रशासनिक विफलता
निर्दोष लोग भेजे जा रहे जेल
नीतीश की तुष्टिकरण की नीति जिम्मेदार
महादलित परिवार के साथ किए गए कुकृत्य की जितनी भी निंदा की जाए वह कम
संजय मिश्र,दरभंगा
दरभंगा में एक के बाद एक हो रही घटनाएं बिहार सरकार एवं स्थानीय प्रशासन की विफलता का परिचायक है. दरभंगा सहित पूरे बिहार में चरमराई लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति चिंता का सबब बन गया है. उक्त बातें दरभंगा सांसद गोपालजी ठाकुर ने मंगलवार को कही. प्रेस बयान जारी कर उन्होंने दरभंगा में लगातार हो रहे वारदातों पर रोष प्रकट किया है. मब्बी थाना के शिवधारा चौक स्थित दुर्गा मंदिर के सामने एक विशेष समुदाय द्वारा जबदस्ती मुहर्रम का झंडा लगाने एवं उसको लेकर हुए रोड़ेबाजी और हिंसक झड़प का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि महागठबंधन सरकार तुष्टिकरण की नीति के तहत समुदाय विशेष को संरक्षण दे रही है. ये सामाजिक सौहार्द और समरसता के लिए कहीं से भी सही नहीं है.
उन्होंने कहा कि स्थानीय पुलिस प्रशासन राज्य सरकार के दवाब में है. प्रशासन मामले में अपनी नाकामी छुपाने एवं मामले को बैलेंस करने के लिए निर्दोष लोगों को जेल भेज रही है. उन्होंने प्रशासन को याद दिलाते हुए कहा कि नीतीश सरकार की नजर वोट बैंक की राजनीति पर है, परंतु प्रशासनिक अधिकारी को इससे दूर रहकर निष्पक्ष कार्रवाई करना चाहिए.
सांसद ने दुख व्यक्त किया कि समुदाय विशेष द्वारा कमतौल थाना क्षेत्र में महादलित परिवार के मृत शव के साथ अमानवीय व्यवहार किया जाना मानवता को शर्मसार करने वाली घटना है. उन्होंने कहा कि उपद्रवी तत्व द्वारा मृतक के घर के साथ साथ इस समुदाय के अन्य घरों पर पथराव और आगजनी किया. यह दर्शाता है कि उसलोगों के मन में प्रशासन का तनिक भी खौफ नहीं है. उन्होंने सवाल किया कि क्या अब बिहार में लोग शव भी नही जला सकते है?
महादलित परिवार के साथ किए गए कुकृत्य की जितनी भी निंदा की जाए वह कम है. सांसद ने कहा कि जिला प्रशासन मामले में सख्त से सख्त कदम उठाते हुए दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर कठोरतम कारवाई करें , ताकि भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृति नही हो. सांसद ने बिरौल प्रखंड अंतर्गत मुहर्रम झंडा लगाने को लेकर दो समुदाय के बीच हुए मारपीट का जिक्र करते हुए आशंका जताई कि एक के बाद घट रही घटना सिर्फ संयोग मात्र नहीं है , यह एक प्रयोग हो सकता है. उन्होंने बहेड़ी थाना अंतर्गत सोनमा गांव में हुए दोहरे हत्या कांड को लेकर नीतीश कुमार पर हमला बोला.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जंगलराज की जन्मदाता आरजेडी और उसके नेता तेजस्वी के साथ मिलकर बिहार में जंगलराज पार्ट टू का जो खेल खेल रहे, उससे आम जनता त्रस्त हो चुकी है. आज बिहार में आम जनता के जान की कोई कीमत नहीं बची है. सत्ता संरक्षित अपराधी जब जहां चाहे लोगों को गोली से छलनी कर दे रहा है. पुलिस प्रशासन सरकार के दवाब में कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर रही है. प्रति दिन घट रहे लूट, हत्या, बलात्कार की घटना से बिहार शर्मसार हो रहा है. बिहार सरकार के मुखिया नीतीश कुमार मौन धारण किए हुए है. उन्होंने कहा कि सरकार सत्ता के मद से बाहर निकले अन्यथा बिहार की जनता उन्हें कभी माफ नहीं करेगी.