भारत के चर्चित गायक और गीतकारों के नाम होगी शाम
गीतों पर होगी चर्चा
हिन्दी साहित्य में गीत विधा की अवहेलना….विषय पर द नेहरू सेंटर लंदन में कथा यू.के. और एशियन कम्यूनिटी आर्ट्स एक कार्यक्रम आयोजित करने जा रही है -‘ नग़्मागर’ . साहित्कार और अभिनेता तेजेंद्र शर्मा का कहना है कि आयोजन में हम उन पहलुओं पर भी विचार करेंगे जिससे देश प्रेम और अन्य विषय पर भी कविताएं ज्यादा लिखी जाए .उनका कहना है कि ‘हिन्दी में कविता ने जबसे तुक छोड़ी है, तबसे गीत विधा लगभग अनाथ सी हो गई है और शायद अतुकांत कविता में देश प्रेम के बारे में लिख पाना बहुत कठिन काम है .इसलिये देश-प्रेम के बारे में कविताएं नहीं लिखी जातीं.यदि मुंबई में हिन्दी फ़िल्में ना बने और उसमें गीतों की अनिवार्यता ना हो तो गीत और देश प्रेम दोनों ही पूरी तरह से ग़ायब हो जाएंगे.
लंदन में कथा यू.के. और एशियन कम्यूनिटी आर्ट्स कार्यक्रम में हिन्दी सिनेमा के देश-प्रेम पर आधारित गीतों को पर्दे पर दिखाया जाएगा. वहां इन गीतों के बारे में प्रकाश डालेंगे प्रसिद्ध साहित्यकार और फिल्म अभिनेता तेजेंद्र शर्मा . इस अवसर पर देश के ख्यातिप्राप्त गीतकार पंडित प्रदीप, शैलेन्द्र, साहिर, शकील, राजेन्द्र कृष्ण, गुलशन बावरा, इंदीवर और आनन्द बख़्शी आदि के लिखे और मुहम्मद रफ़ी, महेन्द्र कपूर, लता मंगेश्कर आदि के गाये गीतों का आन
न्द उठाने का अवसर द नेहरू सेंटर लंदन में मिलने वाला है.लंदन के लिए नग़्मागर में देश और दुनिया के लोग शिरकत कर रहे हैं .
26 अक्टूबर 18.30 बजे
स्थान – द नेहरू सेंटर,लंदन