जद यू से मोहभंग या राजनीति की नई चाल ?
पटना नाउ स्पेशल
आरा, 28 दिसंबर. अभी तक क्रिकेट के मैदान में आपने हैट्रिक का खेल देखा होगा लेकिन क्या राजनीति के रणक्षेत्र में ये हैट्रिक देखा है? जी हाँ खबर चौकाने वाला जरूर है लेकिन खबर सच्ची है. खबर भोजपुर की है जहां इन दिनों इस्तीफों का दौर चला है. मंगलवार को जनता दल यूनाइटेड के बिहार प्रदेश के दो नेताओं के इस्तीफा देने के बाद भोजपुर जिले की राजनीति अभी ठंडी भी नहीं हुई थी कि बुधवार को जनता दल यूनाइटेड के एक और क्रांतिकारी नेता ने जनता दल यूनाइटेड की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देकर भोजपुर जिले की राजनीति में भूचाल ला दिया है. जी हाँ, हम बात कर रहे हैं छात्र जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश सचिव रह चुके फायर ब्रांड नेता अभिषेक तिवारी बड़े की.
अभिषेक तिवारी बड़े ने इस्तीफा देते हुए पार्टी पर यह आरोप लगाया है कि जनता दल यूनाइटेड में सिर्फ धन पशुओं की ही जगह है. साथ ही कहा कि जो कार्यकर्ता शीर्ष नेताओं की टीटीएम (ताबड़तोड़ मालिश) नहीं करता है, उसे जदयू में दरकिनार कर दिया जाता है. सूत्रों की माने तो अभिषेक के एक बड़ी पार्टी में शामिल होनेे का संकेत भी दिया है. यही नही गुरुवार को एक और जदयू के धाकड़ सदस्य अखिलेश चौबे ने अपनी प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे राजनीतिक गलियारों में चर्चा छेड़ दी है.
अखिलेश ने भी शीर्ष नेताओ पर भेदभाव का आरोप लगाया है. अखिलेश वर्तमान में युवा जद यू,जगदीशपुर के प्रखड महसचिव और पूर्व में संगठन के जिला महासचिव रह चुके हैं.
इतना ही नही सेवादल जनता दल यूनाइटेड के पूर्व नगर अध्यक्ष उज्जवल सिंह ने भी शुक्रवार को अपना इस्तीफा देकर संगठन से मोहभंग करने की दिशा में एक कदम आगे बढ़ा दिया है. उनका कहना है कि बिहार में नीतीश कुमार की सरकार में सिर्फ अफसरशाही रह गया है.. बिहार के किसी भी जिले के कोई भी पदाधिकारी जनता की बात सुनने के बजाय उल्टा धौंस दिखाते हैं, जिस पर बिहार के मुखिया नीतीश कुमार जी ध्यान नहीं दे रहे हैं ..इतना ही नहीं उज्जवल सिंह ने नीतीश कुमार के शराब बंदी को भी फेल बताया.
अब आगे यह देखना है कि जनता दल यूनाइटेड से इस्तीफा देने का यह सिलसिला यहीं खत्म होगा या आगे भी जारी रहेगा.
पटना नाउ ब्यूरो रिपोर्ट