रांची।। 31 जनवरी को लंबी पूछताछ के बाद ईडी ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन को हिरासत में ले लिया. देर शाम करीब साढ़े आठ बजे हेमन्त सोरेन ईडी की हिरासत में ही राजभवन पहुंचे और अपना इस्तीफा सौंप दिया. इसके साथ ही जेएमएम विधायक चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता चुनने के बाद जेएमएम ने सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया. झारखंड विधानसभा में 81 सदस्य हैं और जेएमएम को कुल 48 विधायकों का समर्थन प्राप्त है. 48 विधायकों में 29 झामुमो के, 17 कांग्रेस के, एक राजद और एक सीपीआई एमएलस के विधायक हैं. चंपई सोरेन ने जो समर्थन पत्र राज्यपाल को सौंपा है उसमें 43 विधायकों के हस्ताक्षर हैं.
ईडी की गिरफ्त में हेमन्त सोरेन
हेमंत सोरेन को अपनी गिरफ्तारी का पहले से ही अंदेशा हो गया था यह वजह की उन्होंने पहले ही विधायक दल की बैठक करके आने वाले परिस्थिति के मद्देनजर तमाम तैयारियां कर ली थी. झारखंड मुक्ति मोर्चा की तैयारी के बावजूद राज्यपाल ने अब तक जेएमएम को सरकार बनाने का न्योता नहीं दिया है. ऐसे में सब की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि राज्यपाल की ओर से आगे क्या आदेश आता है.
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