राजधानी पटना सहित प्रदेश में डेंगू से प्रभावित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. लेकिन सरकार के स्वास्थ्य विभाग की ओर से डेंगू के रोकथाम के लिए कोई सार्थक पहल नहीं की जा रही है. बिहार विधानसभा में विरोधी दल के मुख्य सचेतक अरूण कुमार सिन्हा ने कहा कि स्वास्थ्य व्यवस्था भगवान भरोसे है. राज्य के सबसे बड़े अस्पताल PMCH में डेंगू के मरीज बेहाल हैं. सूबे के इस सबसे बड़े अस्पताल में डेंगू मरीजों के लिए प्लेटलेट्स बनना बन्द हो गया है. स्थिति है कि PMCH के ब्लड बैंक में दोनों सेपरेटर मशीन खराब होने की वजह से प्लेटलेट्स लेने वाले मरीजों के परिजनों को निराश लौटना पड़ रहा है. लेकिन सरकार एवं PMCH प्रशासन इसे अब तक बनवा नहीं पाया है.
अरुण सिन्हा ने कहा कि प्रदेश में डेंगू से पहली मौत का पहला मामला पिछले दिनों PMCH में सामने आया है. PMCH में भर्ती बिहारशरीफ की नौ साल के बच्ची की डेंगू से मौत हो गई. हालाकि डाॅक्टर ने इसकी पुष्टि नहीं की. अरुण सिन्हा ने सरकार से अविलंब PMCH ब्लड बैंक के दोनों सेपरेटर मशीन बनाने की माँग की ताकि लोगों को बिचौलियों या बाहर से अधिक राशि देकर प्लेटलेट्स नहीं खरीदना पड़े.