‘धंचायत – पाँच कायदे के पाँच फायदे’
बिहार के 295 गाँव में दिखाई जाएगी फिल्म
बैंकिंग के लाभों और अच्छे व्यवहारों के बारे में फिल्म से करेगी शिक्षित
असंगठित क्षेत्र से उधार लेने के खतरों के बारे में जागरूकता बढ़ाने पर जोर
स्वच्छ बैंकिंग सीएसआर अभियान का हिस्सा है जो ग्रामीण आबादी को बैंकिंग के फायदे के बारे में जागरूक करेगा और वित्तीय समावेशन को बढ़ायेगा. वैनों के माध्यम से फिल्मों का प्रदर्शन कर बिहार के 295 गाँव में अभियान चलाएगा. आज से इस अभियान की शुरुआत एचडीएफसी बैंक लिमिटेड के एस के पूरी शाखा से से होगा . ‘धंचायत –पांच कायदे के पांच फायदे’ एचडीएफसी बैंक की ओर से तैयार की गई एक शैक्षिणिक फिल्म है जो खास कर ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग के लाभों और अच्छे व्यवहारों के बारे में शिक्षित करती है. यह फिल्म ग्रामीण आबादी को अपने बैंक खातों का उपयोग करने और देश में अधिक वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने में मदद करेगी.
यह फिल्म बैंक की सीएसआर पहल स्वच्छ बैंकिंग के तहत प्रस्तुत की गई है.स्वच्छ बैंकिंग का उदेश्य संगठित क्षेत्र के माध्यम से उपलब्ध होने वाले साफ़-सुथरे और सहज बैंकिंग के बारे में जागरूकता बढ़ाना है . धंचायत पांच कायदे पांच फायदे फिल्म के जरिए ग्रामीण आबादी के सामने बचत,निवेश और मोबाइल बैंकिंग के उपयोग आदि के महत्व को दर्शाया जाएगा ,जिससे उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार हो.‘धंचायत–पांच कायदे पांच फायदे’ बैंक की ओर से विशेष कर कम बैंकिंग सुविधाओं वाली या इनसे वंचित आबादी के लिए अधिक वित्तीय समावेशन हासिल करने के उदेश्य से निर्मित सूचनाप्रद फिल्मों की श्रृंखला में दूसरी फिल्म है.धंचायत श्रृंखला की पहली फिल्म पिछले वर्ष पेश की गई थी जिसमे असंगठित क्षेत्र से उधार लेने के खतरों के बारे में जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया गया था .इस मौके पर बिहार के जोनल हेड संदीप एस कुमार ,मनीष सिन्हा क्लस्टर हेड पटना,ने झंडा दिखा कर रवाना किया.
पिछले वर्ष से इस यात्रा को आगे बढ़ाते हुए एचडीएफसी बैंक के ब्रांड वाली ‘धंचायत- पाँच कायदे के पाँच फायदे’ वीडियो वैन देश भर में पूर्व, पश्चिम, उत्तर, दक्षिण और केंद्रीय भारत के तमाम हिस्सों में हजारों गाँव तक जाएगी . ये वैनें लोगों के इकठ्ठा होने वाले स्थानों,जैसे हाट बाजार मेलों और ग्राम पंचायतों में रुक कर फ़िल्में दिखाएंगी.
पटना में ‘धंचायत – पाँच कायदे के पाँच फायदे’ वीडियो वैनों को बिहार एचडीएफसी बैंक के आंचलिक प्रबंधक संदीप कुमार और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में हरी झंडी दिखाईऔर वैन को रवाना किया.इस यात्रा के दूसरे वर्ष में बिहार ऐसा चौथा राज्य है जहाँ बैंक ने इस पहल को आरम्भ किया है .इसी महीने राजस्थान ,पंजाब और गुजरात में इसका आरम्भ हुआ है. ‘धंचायत – पाँच कायदे के पाँच फायदे’ वीडियो वैनें बिहार में 295 गाँवों तक पहुंचेंगी.पहले वर्ष राज्य में 15 गाँवों तक ये वैनें गयी थीं. बिहार एचडीएफसी बैंक के आंचलिक प्रबंधक संदीप कुमार ने कहा कि एचडीएफसी बैंक में हम अधिक वित्तीय समावेशन का प्रयत्न करते हैं लेकिन लेकिन वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के लिय हमारे बोर्ड से मिला निर्देश ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग सुविधाओं से वंचित लोगों के बैंक खाते खोल देने भर से पूरा नहीं हो सकेगा. जब वे खाते खोल लेंगे उसके बाद खातों का उपयोग करने और अच्छे बैंकिंग व्यवहारों को अपनाने के फायदे के बारे में शिक्षित करनेकी भी जरुरत है, ताकि उन्हें बैंकिंग शुरू करने में मदद मिले. ‘धंचायत – पाँच कायदे के पाँच फायदे’
इस फिल्म से हम अधिक वित्तीय समावेशन हासिल करने की उम्मीद करते हैं . राष्ट्रीय स्तर पर एचडीएफसी बैंक इस पहल में 6650 से अधिक गाँवों को शामिल करेगा और वित्तीय समावेश के बारे में सरकार की दृष्टि के अनुरूप स्थानीय आबादी को संगठित बैंकिंग से जोड़ने के लिए प्रोत्साहित करेगा.