फुलवारी शरीफ फेडरल कॉलोनी अपने मित्र परवेज अहमद के घर मुलाकात करने पहुंचे राज्यपाल
फुलवारी शरीफ, अजित।। बिहार के नए गवर्नर आरिफ मोहम्मद खान लगातार दूसरे दिन फुलवारी शरीफ पहुंचे और अपने मित्रों के घर जाकर उनसे मुलाकात कर उनका हाल-चाल जाना. अचानक अपने घर गवर्नर आरिफ मोहम्मद खान के आने की कॉल सुनकर सहसा दोस्तों को विश्वास नहीं हो पा रहा था कि उनके घर गवर्नर साहब पहुंचने वाले हैं. मित्रों के यह कहने के बावजूद कि वह खुद आकर गवर्नर हाउस में उनसे मुलाकात कर लेंगे इस पर पलटवार करते हुए अपने पुराने दोस्तों को गवर्नर साहब ने कहा कि वह खुद उनके घर आ रहे हैं. इस तरह की बातें फोन पर हुई उसके बाद गवर्नर साहब का काफिला अचानक फुलवारी शरीफ अपने मित्रों के दरवाजे पर दस्तक देने पहुंच गया.
मंगलवार को बिहार के नए राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान हारून नगर के पास स्थित फेडरल कॉलोनी में अपने मित्र परवेज अहमद से मुलाकात करने पहुंच गए. परवेज अहमद बड़े कारोबारी हैं. परवेज अहमद ने बताया कि मंगलवार को सुबह-सुबह उन्हें कॉल आया. नए गवर्नर और उनके पुराने मित्र आरिफ मोहम्मद खान ने उनसे कहा कि वह उनके घर मिलने आना चाहते हैं.इस पर उन्होंने कहा कि वह खुद आकर राजभवन मिलेंगे लेकिन गवर्नर साहब ने बात नहीं मानी और कहा कि वह उनके घर आ रहे हैं अपना घर का पता बताइए. मोबाइल पर बातचीत के दौरान उन्हें पता चला कि परवेज अहमद के भाई साहब का भी इंतकाल हो गया है. तब गवर्नर आरिफ मोहम्मद खान अपने मित्र परवेज अहमद को स्पष्ट रूप से कहे कि वह उनके घर आ रहे हैं और उन्हें ही ऐसी स्थिति में उनके घर आना चाहिए. परवेज अहमद ने बताया कि कृपया पौन घंटा तक गवर्नर साहब उनके घर पर रहे और कॉलेज से लेकर अब तक की सारी बातों पर चर्चा हुई. दोनों दोस्त पुराने बातचीत के दौरान पुरानी यादों में खो गए. परवेज अहमद ने बताया कि अलीगढ़ में पढ़ाई के दौरान दोनों में काफी दोस्ती थी. कॉलेज में स्टूडेंट्स यूनियन में आरिफ मोहम्मद खान अध्यक्ष हुआ करते थे और उनकी कमेटी में परवेज अहमद भी थे. कॉलेज के दिनों में उन दोनों में काफी अच्छे मित्रता थी और बाद के दिनों में भी मुलाकात नहीं लेकिन फोन पर बातें हो जाया करते थे. उन्होंने कहा कि बड़े मिलनसार और अच्छे स्वभाव के आरिफ मोहम्मद खान है जो आज भी अपने मित्रों को नहीं भूलते हमेशा उनकी खैरियत पूछते रहते हैं.
इससे पहले सोमवार की रात पटना पहुंचते ही बिहार के माननीय नए गवर्नर आरिफ मोहम्मद खान ने अपने पुराने मित्र नियाज अहमद को कॉल लगाकर याद किया. नियाज अहमद ने नए गवर्नर साहब को बताया कि वह फुलवारी शरीफ की एफसीआई रोड में मकान बनाकर रहते हैं. इसके बाद गवर्नर साहब ने कहा कि वह उनसे मिलने उनके घर आ रहे हैं. नियाज अहमद बताते हैं कि उन्होंने अपने मित्र और बिहार के माननीय गवर्नर आरिफ मोहम्मद खान साहब को कहा कि वह यहां इस गरीब के घर क्यों पहुंच रहे हैं. हम खुद वहां राज भवन आकर मिलेंगे लेकिन गवर्नर साहब ने उनकी नहीं सुनी और उनका काफिला फुलवारी शरीफ एफसीआई रोड उनके घर पहुंच गया. अचानक फुलवारी शरीफ में नए गवर्नर साहब के काफिला को देख फुलवार शरीफ में लोग और अचंभित थे कि गवर्नर साहब किनके यहां जा रहे हैं. ट्रैफिक जवान और स्थानीय थाना पुलिस प्रशासन भी दौड़ भाग करने में लगे हुए थे. नियाज अहमद ने बताया कि ’50 साल पुरानी दोस्ती कौन याद रखता है लेकिन ये मिलने आए. यह हमारे लिए बहुत बड़ी बात है. कॉलेज के दोस्त अब राज्यपाल हो गए हैं. वो खुद चलकर हमसे मिलने आए. नियाज अहमद मूल रूप से दरभंगा के बहेड़ी के रहने वाले हैं. नियाज झारखंड सरकार में रेवेन्यू विभाग में अधिकारी थे और 2010 में रिटायर हो गए हैं फिलहाल फुलवारी शरीफ के एफसीआई रोड में मकान बनाकर रहते हैं. उन्होंने आगे बताया कि यह बहुत बड़ी बात है कि कोई 50 साल पुराने दोस्त से मिलने उसके घर आ जाए. आज के समय में लोग 10 साल में एक-दूसरे को भूल जाते हैं.