जब सीएम ने शिक्षा मंत्री को फोन कर पूछा
आइटीआइ में शिक्षक ही नहीं तो पढ़ें कैसे
15 दिनों के मेडिटेशन कोर्स के लिए अवकाश नहीं मिलता
स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड की नहीं मिल रही है सुविधा
जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के अलग-अलग हिस्सों से आम लोगों की शिकायतें सुनीं. इस दौरान उन्होंने कई बार अफसरों और मंत्रियों को सीधे फोन लगाकर शिकायत का समाधान करने को कहा. नीतीश कुमार कई लोगों की शिकायतें सुनकर हैरान रह गए. ज्यादातर शिकायतें शिक्षा विभाग से जुड़ी आईं. एक छात्र ने बताया कि उसे स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड से दो बार लाभ मिला है, लेकिन अब उसे कहा जा रहा है कि सूची में उसका नाम ही नहीं है. इस पर सीएम ने सीधे शिक्षा मंत्री को फोन लगवाकर इसकी जांच कराने को कहा.
सीएम के जनता दरबार में आए एक छात्र ने बताया कि उसका नामांकन राजकीय आइटीआइ संस्थान में हुआ है. उसने मुख्यमंत्री से कहा कि जब वह संस्थान में गया तो उसे बताया गया कि वहां पढ़ाने के लिए शिक्षक ही नहीं हैं. इस पर नीतीश कुमार आश्चर्यचकित रह गए. उन्होंने इस मामले में भी अफसर को फोन लगाया. एक व्यक्ति ने कहा कि उसे विपश्यना केंद्र में 15 दिनों के मेडिटेशन कोर्स के लिए अवकाश नहीं दिया जा रहा है. इस पर सीएम ने कहा कि इसके लिए तो सरकार ने आदेश जारी कर दिया था. ऐसा क्यों हो रहा है?
इस सोमवार को मुख्य रूप से शिक्षा, स्वास्थ्य व समाज कल्याण विभाग से जुड़े मामलों को सुन रहे हैं. महीने के दूसरे सोमवार के लिए तय अन्य विभाग हैं पिछड़ा एवं अति पिछड़ा कल्याण, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण, अल्पसंख्यक कल्याण, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, सूचना प्रावैधिकी, कला-संस्कृति एवं युवा, वित्त, श्रम संसाधन व सामान्य प्रशासन.
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