गड़हनी पत्रकार संघ संयोजक की बाइक चोरी,नही मिला कोई सुराग
दैनिक भास्कर के पत्रकार भी हैं संघ-संयोजक
गड़हनी,22फरवरी. गड़हनी पत्रकार संघ के संयोजक सह दैनिक भास्कर पत्रकार नवीन निश्चल की होंडा साइन मोटरसाइकिल की चोरी बीते 18 फ़रवरी की रात अज्ञात चोरों ने चुरा लिया. गड़हनी प्रखंड के बगवां गाँव निवासी पत्रकार नवीन निश्चल ने 18 फरवरी की रात अपने मुर्गा फॉर्म पर गाड़ी लगाकर सोय थे,जब सुबह उठे तो उनकी गाड़ी वहाँ से गायब थी. गाड़ी को उक्त जगह नही पाकर बेचैन नवीन ने अपने गाड़ी को अपने स्तर से हर जगह ढूंढा. लेकिन जब गाड़ी नही मिली तो अंत मे गड़हनी थाना को सूचित कर गाड़ी चोरी होने की प्राथमिकी दर्ज की. लेकिन प्रशासन भी सुराग लगाने में फेल रही.
बता दें कि गड़हनी थाना क्षेत्र में गाड़ी चोरी की घटना कोई नई बात नही है. इसके पहले भी गड़हनी बाजार से कई मोटरसाइकिल चोरी हो चुकी है लेकिन प्रशासन आज तक एक भी मोटरसाइकिल बरामद नही कर सकी न चोर ही पकड़ में आया. लेकिन बात गौर करने वाली यह हैं कि गड़हनी पुलिस ने जब शराब तस्करों के खिलाफ 11 फरवरी को छापेमारी की थी तो 9 चोरी की बाइक के साथ 5 चोर पकड़े गए थे. बाइक चोरों के ये शराब तस्कर चोरी की बाइक से शराब को अड्डे से ग्राहकों तक डिलीवरी का काम करते थे. महज 7 दिनों के अंतराल पर पुनः गाडी का चोरी होना चोरों के सलाखों से बाहर होने का प्रमाण है. तो क्या समझा जाये कि ऐसे शराब तस्करों के किसी गुर्गे ने पत्रकार के बाइक पर हाथ साफ कर लिया या फिर किसी बाइक गैंग ने चुरा लिया? 3 दिन बाद भी बाइक का न मिलना पुलिसिया कार्रवाई पर सवालिया निशान है. इतना ही नही सूत्रों की माने तो थाने में FIR भी करने से पुलिसवाले कतराते हैं. इसके पीछे भी उनका दो उद्देश्य होता है. पहला तो यह कि थाने में ज्यादा केस होने से उनकी फजीहत होगी, थाने की रैंकिंग खराब हो जाएगी और दूसरा यह कि FIR के लिए ना कहने के बाद आवेदकों द्वारा इनके चढ़ावे के लिए खुशामद होगा. बस FIR दर्ज कर पुलिस अपने ड्यूटी का कोरम पुरा करती है. वरना पकड़े गए 9 मोटरसाइकिलों के साथ 5 चोरों से पुलिस इनके पूरे गैंग को पकड़ सकती थी. इससे साफ जाहिर होता हैं कि स्थानीय प्रशासन चोरी की घटना को और बढ़ावा दे रही हैं. दे भी क्यों न? अब चोरों को 9 बाइक और शराब पकड़ाने के बाद उनके धंधे को बहुत लॉस पहुंचा है सो अभी कुछ दिन कान में तेल डाल कर सो जाना है.
गड़हनी से मुरली मनोहर जोशी की रिपोर्ट