गांजा तस्करी मामले में मुखिया गिरफ्तार
मुखिया समर्थकों ने किया पहले थाने का घेराव फिर किया रोड जाम
आरा, 3 अगस्त. गांजा, तस्करी और मुखिया…यह सुनने में अजीब सा लगता है. दिमाग मे यही चलता है कि क्या वाकई है इन तीनो शब्दो का एक दूसरे से सम्बन्ध ! हैरान करने वाली एक गुत्थी तो जरूर है जिसे पुलिस जांच कर पर्दा हटा देगी. इस शब्दो का सम्बंध भोजपुर के गड़हनी के मुखिया से जुड़ा हुआ है.
गड़हनी में कल देर रात तक नाटकीय घटनाक्रम के बाद गड़हनी के मुखिया तस्लीम आरिफ उर्फ गुड्डू को गिरफ्तार कर लिया. मुखिया की गिरफ्तारी गांजा तस्करी के मामले में कई गयी है. मुखिया समर्थकों ने पहले थाने जाकर मुखिया के गिरफ्तारी के विरुद्ध हंगामा किया लेकिन जब कई थानों की पुलिस थाने पहुँच लाठियाँ चटकाई तो हंगामा करने वाले भाग खड़े हुए लेकिन यह हंगामा रुका नही बल्कि थाने से अब रोड पर आ गया और समर्थकों ने रॉड जामकर हंगामा करना शुरू कर दिया. पुलिस ने काफी मान-मनौवल कर मामले को सुलझाना चाहा लेकिन समर्थक अपने जिद्द पर अड़े रहे तब जाकर पुलिस को रोड खाली कराने के लिए पुनः लाठियाँ भांजनी पड़ी जिसके बाद रोड खाली हुआ और परिवहन चालू हो सका. यह क्रम देर रात तक चला तब जाकर मुखिया की गिरफ्तारी हो सकी. अब आइए जानते हैं कि आखिर पुलिस क्यों मुखिया को गिरफ्तार करना चाहती थी?
दरअसल 2 दिनों पहले गया के आमस थाना क्षेत्र में एक बोलेरो सहित 120 किलो गांजा पकड़ा गया था साथ ही दो गांजा तस्करों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया था. पकड़े गए गांजा तस्करों ने पुलिस को बताया कि पकड़ा गया गांजा गड़हनी के मुखिया तस्लीम आरिफ उर्फ गुड्डू का है. फिर क्या था गया पुलिस ने भोजपुर पुलिस से संपर्क साधा और शुक्रवार की देर रात गया पुलिस के साथ भोजपुर पुलिस की टीम ने छापेमारी कर गड़हनी के मुखिया तस्लीम आरिफ उर्फ गुड्डू को गिरफ्तार कर लिया है. पकड़ा गया गड़हनी का मुखिया पहले भी गांजा तस्करी के मामले में जेल जा चुका है. इस घटना की जानकारी जैसे ही मुखिया समर्थकों को लगी उन्होंने थाने जा हंगामा करना शुरू किया. समर्थकों का कहना था कि मुखिया को फंसाया गया है. फिर नाटकीय घटनाक्रम देर रात तक चला जिसके बाद पुलिस मुखिया को गिरफ्तार करने में आखिरकार सफल रही.
आरा से ओ पी पांडेय की रिपोर्ट