गांधी जयंती पर स्कूली छात्रों ने क्या क्या-क्या कर के बताया : आइये पढ़ते हैं
कोइलवर/भोजपुर (अमोद कुमार) | राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 150वीं जयंती के अवसर पर कोईलवर प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय काजीचक में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. सर्वप्रथम सुबह में स्कूली बच्चों एवं शिक्षकों के द्वारा प्रभातफेरी निकाली गई. बापू के प्रिय भजन “रघुपति राघव राजाराम, पतित पावन सीताराम” का गायन करते हुए बच्चे हाथ में बैनर और स्वच्छता के श्लोगन लिए गांव में घुमते हुए ग्रामवासियों को गांधी जी के विचारों से अवगत कराया.
प्रभातफेरी के उपरांत विद्यालय के शिक्षकों और छात्र-छात्राओं द्वारा संंयुक्त रुप से विद्यालय परिसर की साफ-सफाई का कार्य किया गया. इसके बाद विद्यालय परिसर में बापू के तैल चित्र पर बारी-बारी से छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों द्वारा माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित कर गांधी जी के आदर्शों पर चलने का संकल्प भी लिया गया. विद्यालय की छात्रा कृति, रुखसार, नेहा, और छात्र अनिरुद्ध, रंजन,आशीष, जावेद सहित कई छात्र-छात्राओं ने गांधी जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उनसे प्रेरणा लेने की बात कही. कार्यक्रम में शिरकत कर रहे बच्चों को संबोधित करते हूए विद्यालय के शिक्षक और प्रखंड के पूर्व बीआरपी रह चुके राजाराम सिंह ‘प्रियदर्शी’ ने कहा कि गांधी जी के विचार सत्य, अहिंसा,स्वच्छता, उपवास, सत्याग्रह,मेल -मिलाप आज 21 वीं सदी में भी उतने ही प्रासंगिक हैं. हमें भी उनके आदर्शों पर चलते हुए देश के विकास में अपना योगदान देने की जरुरत हैं. बच्चे भारत के वर्तमान और भविष्य दोनों हैं इसलिए गांधी जी के विचारों को आत्मसात करने की जरुरत है जिसमें शिक्षकों की भूमिका अहम है.
कार्यक्रम में शिक्षिका अर्चना कुमारी ने गांधी जी के प्रिय गुजराती भजन को सुनाते हुए उसके अर्थ को भी समझाया. कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय के शिक्षक लालदेव वर्मा, प्रदीप कुमार, मोतीलाल प्रसाद, उषा कुमारी, संजय कुमार राम,सुमन कुमार और कमाल अशरफ रिजवी सहित सैकड़ों छात्र-छात्राओं का सराहनीय योगदान रहा.