‘जदयू की प्राथमिकता बिहार की हिस्सेदारी या केवल सत्ता में भागीदारी!’

पटना ।। मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल ने जदयू पर बड़ा हमला बोला है. राजद के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने दल के अन्य प्रवक्ता मृत्यंजय तिवारी, सारिका पासवान, प्रमोद कुमार सिन्हा के साथ शुक्रवार को पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भाजपा की तरह जदयू भी अब बिहार को विशेष राज्य दर्जा देने की मांग से पीछे हटने लगी है. इसीलिए उसके नेताओं की भाषा बदलने लगी है. अब वे बोल रहे हैं कि विशेष दर्जा नहीं तो विशेष पैकेज हीं दे दिया जाए.

गगन ने कहा कि विशेष पैकेज का मतलब यदि ‘मोदी मॉडल’ है तो इससे बिहार को कुछ विशेष हासिल होने वाला नहीं है. यह केवल बिहार वासियों को गुमराह करने की कवायद समझी जाएगी. उन्होंने कहा कि लगभग 19 वर्षों से नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री हैं. लगभग 16 साल से भाजपा बिहार सरकार में शामिल है और दस वर्षों से केन्द्र में एनडीए की सरकार है. प्रधानमंत्री द्वारा घोषित विशेष पैकेज भी बिहार को मिल चुका है इसके बावजूद भी नीति आयोग द्वारा जारी इंडेक्स में यदि बिहार सबसे निचले पायदान पर है तो फिर आंकड़ों में लुभावना लगने वाले ऐसे विशेष पैकेज से बिहार का विकास कैसे संभव है. इसलिए यदि सही में जदयू की मंशा बिहार के विकास के प्रति नीयत साफ है तो उसे केन्द्र पर दबाव बना कर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलवाने के लिए पहल करना चाहिए. अभी हीं सुनहरा मौका है. यदि इसमें नीति आयोग बाधक है तो अब तो नीति आयोग में बिहार के तीन – तीन मंत्री शामिल हैं. अभी संसद का बजट सत्र शुरू होने वाला है, सरकार की नीयत यदि साफ है तो इसी सत्र में बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की घोषणा होनी चाहिए. अब यह जदयू को तय करना है कि वह बिहार की हिस्सेदारी चाहता है कि राज भोगने के लिए केवल सत्ता में भागीदारी चाहता है.




प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रदेश महासचिव मदन शर्मा, संजय यादव , डॉ प्रेम कुमार गुप्ता, प्रमोद राम एवं उपेन्द्र चन्द्रवंशी भी उपस्थित थे.

pncb

By dnv md

Related Post