नई दिल्ली 16 अगस्त, 2018 (ब्यूरो रिपोर्ट) | बीजेपी नेता, भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का गुरुवार को निधन हो गया. वाजपेयी ने दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में गुरुवार शाम 5:05 बजे अंतिम सांस ली. 93 वर्षीय वाजपेयी बीते 11 जून से एम्स में भर्ती थे. उन्हें गुर्दा (किडनी) की नली में संक्रमण, छाती में जकड़न, मूत्रनली में संक्रमण आदि के बाद 11 जून को एम्स में भर्ती कराया गया था. एम्स के अनुभवी डॉक्टर लगातार उनकी देखरेख में लगे हुए थे. इसी बीच कल दोपहर बाद से ही प्रधानमंत्री मोदी समेत देश के तमाम नेता उनका हाल जानने के लिए एम्स पहुंचे. आज एम्स पहुंचने वालों में केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान, राधा मोहन सिंह और जगत प्रकाश नड्डा भी शामिल हैं. इनके अलावा नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल भी एम्स पहुंचे.
जैसी ही अटलजी की तबीयत बिगड़ने की खबर मीडिया पर फैली देश भर में उनके चाहने वाले और प्रशंसकों ने उनके स्वस्थ व दीर्घायु होने की कामना शुरू कर दी थी.
बुधवार को उनकी हालत गंभीर हो गई थी और उन्हें जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया था. एम्स ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी ने गुरुवार की शाम पाँच बजकर पाँच मिनट पर अंतिम सांस ली. उनका शव शुक्रवार को नई दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी के हेडक्वार्टर में श्रद्धांजलि के लिए रखा जाएगा. उनकी अंतिम क्रिया विजयघाट पर शुक्रवार को शाम 5 बजे की जाएगी.
भारत के राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री ने ट्वीट करके अपना शोक व्यक्त किया है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की
पटना 16 अगस्त, 2018 (ब्यूरो रिपोर्ट) | मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्व प्रधानमंत्री एवं भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है. मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी के रूप में देश ने सबसे बड़े राजनीतिक शख्सियत के साथ ही प्रखर वक्ता, कवि, लेखक, चिंतक, विचारक और करिश्माई व्यक्तित्व को खो दिया है. अटल बिहारी वाजपेयी ने उच्च राजनीतिक मूल्यों एवं आदर्श की बदौलत सार्वजनिक जीवन में उच्चस्थ शिखर को प्राप्त किया. उन्होंने अपने व्यक्तित्व की बदौलत राजनीतिक सीमाओं के परे सभी विचारधारा की राजनीतिक दलों का आदर एवं सम्मान प्राप्त किया. अटल जी में सभी विचारधारा के लोगों को साथ लेकर चलने की अद्भूत क्षमता थी. उन्होंने अपने जीवन में लोकतांत्रिक मूल्यों को सर्वोपरि रखा.
उनके नेतृत्व में देश का चहुंमुखी विकास हुआ तथा विश्व पटल पर एक सशक्त राष्ट्र के रूप में अपनी छवि स्थपित की. उन्होंने हमेशा साम्प्रदायिक सौहार्द एवं सामाजिक सद्भाव के मूल्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी.
मुख्यमंत्री ने अटल जी के निधन को व्यक्तिगत क्षति बताते हुये कहा है कि उन्हें सदैव अटल जी का स्नेह एवं मार्गदर्शन प्राप्त होता रहा तथा उनसे सार्वजनिक जीवन में काफी कुछ सीखने को मिला. उन्होंने कहा कि अटल जी के निधन से उन्होंने अपना अभिभावक खो दिया है.
मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की चिर शांति तथा सभी को इस दुःख की घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है.