नेपाल में जल सैलाब से बिहार में बाढ़ की स्थिति गंभीर




सीतामढ़ी में खतरे के निशान के ऊपर बागमती
खुद अपना घर उजाड़ने को मजबूर लोग
वज्रपात से पिछले 5 दिनों में 31 मौत

नेपाल में लगातार हो रही बारिश से बिहार में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. सीतामढ़ी में बागमती नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. यहां नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. बागमती नदी की धारा मेजरगंज प्रखंड में रुसूलपुर गांव के पास पहुंच गई है. रुसूलपुर गांव के पास से बागमती नदी गुजरती है.


नेपाल सहित सीतामढ़ी में हुई भारी बारिश के कारण बागमती नदी उफान पर है. जिसके कारण नदी किनारे मिट्टी का कटाव जारी है.जिला प्रशासन ने कटाव रोकने के लिए खानापूर्ति करते हुए नदी में बांस डाल दिया है. बांस के बीच में बोरा में बालू-मिट्टी भरकर रख दिया गया है. नदी किनारे बड़े पेड़ डाल दिए गए हैं, लेकिन कटाव को रोकने के लिए यह नाकाफी हैं.

रुसूलपुर गांव में बाढ़ कभी भी आ सकता है. लोग अपने घरों का ईट, झोपड़ी का घास, अन्य सामान दूसरे जगहों पर ले जा रहे हैं. ताकी बाढ़ में यह सब बह न जाए. स्थानीय ग्रामीणों ने कहा कि बहुत मेहनत से कमा के पैसा जमा कर घर बनाए थे. अब खुद इसे तोड़ना पड़ रहा है. बहुत दुख है. बाढ़ के खतरे से बचने के लिए प्रशासन की तरफ से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया. हर बार आश्वासन दिया जाता है, लेकिन प्रशासन कुछ नहीं करता है.

राज्य में सोमवार के दिन भी मौसम मेहरबान रहने वाला है. राज्य के सभी जिलों में बूंदाबांदी दिखेगी. बीते दिन पटना में दिन में भीषण गर्मी पड़ी, लेकिन रात में बारिश की वजह से राहत मिली. पिछले 5 दिनों से राज्य के अलग-अलग जिलों में बारिश हुई है. मौसम विभाग की मानें तो अगले 5 जुलाई तक अलग-अलग जिलों में बारिश की संभावना है.
मौसम विभाग ने राज्य के सभी जिलों में बारिश के साथ साथ वज्रपात की भी आशंका जताई है. मौसम विभाग ने लोगों को बिना काम घर से बाहर न जाने की अपील की है. विभाग ने लोगों को पक्के के मकानों में शरण लेने को कहा है. वज्रपात के कारण पिछले 5 दिनों में 31 जानें ले लीं. बुधवार को 16, गुरुवार को 5, शुक्रवार को 5, शनिवार को 5 लोगों ने जान गवाई थी. वज्रपात से जिनकी भी मौत हुई, बिहार के सीएम  नीतीश कुमार ने उनके परिजनों को 4 लाख रुपए मुआवजा देने की बात कही.

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By pnc

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