बिहार में गंगा और अन्य प्रमुख नदियों में आई बाढ़ से 12 जिलों के 2,024 गांव की 37.21 लाख आबादी प्रभावित है अब तक हाल में आई बाढ़ से 61 लोगों की मौत हो गई है, जिसमें भोजपुर जिले में 15, समस्तीपुर में 11, बेगूसराय में नौ, वैशाली में सात, सारण में पांच, लखीसराय और खगड़िया में तीन-तीन, भागलपुर में दो और पटना, बक्सर व मुंगेर जिले में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्णिया और कटिहार दौरे कर बाढ़ पीड़ितों का हाल-चाल लिया और चलाये जा रहे राहत कार्यों की जानकारी ली.
बिहार में गंगा और सोन के पानी में मामूली कमी देखने को मिल रही है .गंगा उफान पर होने से बक्सर, भोजपुर, पटना, वैशाली, सारण, बेगूसराय, समस्तीपुर, लखीसराय, खगड़िया, मुंगेर, भागलपुर और कटिहार जिलों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है जानकार बताते है कि दो तीन दिनों में जलस्तर में काफी कमी आएगी. गंगा नदी बक्सर, दीघा, गांधीघाट, हाथीदह, भागलपुर और कहलगांव में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जबकि बूढ़ी गंडक नदी खगड़िया में खतरे के निशान से ऊपर है.
पटना, वैशाली, भोजपुर और सारण जिला के दियारा क्षेत्र बाढ़ से अधिक प्रभावित हैं बताया कि अब तक करीब 5.56 लाख लोगों को बाढ़ग्रस्त स्थानों से बाहर निकालकर सुरक्षित स्थान पर लाया गया है, जिनमें से करीब तीन लाख लोगों को 598 राहत शिविरों में रखा गया है। पशुओं के लिए भी 158 शिविर चलाए जा रहे हैं। आज सरकार ने राहत शिविर में रोजगार देने की भी घोषणा की.कहा ये गया जो व्यक्ति राहत शिविर में है अगर वे खाना बनायेंगे उन्हें 200 रुपये दिए जायेंगे. राज्य में बाढ़ से जो हालत उत्पन्न हुए है उसकी देख-रेख में कई पदाधिकारियों को लगाया गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कड़े शब्दों में कहा है कि बाढ़ राहत कार्यों में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दास्त नहीं की जायेगी .