पटना नाव हादसे की यादें अब भी ताजा हैं. इस बीच एक बार फिर जनवरी महीने में फतुहा के मस्ताना घाट के पास आज एक नाव डूब गई. जानकारी के मुताबिक नाव पर गया जिले के रुनिया गांव के 9 लोग सवार थे. ये सभी मस्ताना घाट से गंगा पार कर दियारा इलाके में चले गए थे. जब ये लोग वापस मस्ताना घाट लौट रहे थे तभी घाट से करीब 100 मीटर पहले नाव डूब गई.
जानकारी के मुताबिक ये हादसा फतुहा थाना क्षेत्र के मस्ताना घाट और देवंती घाट के बीच हुआ है. माघ पूर्णिमा के मौके पर लोग गंगास्नान के लिए गए थे. और लौटते वक्त ये हादसा हो गया. तैरकर वापस लौटे लोगों को पास के पीएचसी में भर्ती कराया गया है.
इस हादसे में 7 लोग (2 पुरुष और 5 महिलायें) किसी तरह से डूबने से बच गए. जबकि 2 महिलाएं अब भी लापता हैं. जिला प्रशासन गोताखोरों की मदद से लापता लोगों को खोजने का काम कर रहा है. पटना डीएम कुमार रवि ने इसकी पुष्टि की है.
File Pic(14 जनवरी 2017)
आपतो बता दें कि पिछले साल मकर संक्राति के दिन गंगा दियारा में आयोजित पतंग उत्सव से लौट रहे लोगों से भरी नाव गंगा में पलट गई थी. जिसमें 24 लोगों की जान चली गई थी. इस मामले में दायर एक जनहित याचिका पर आज भी पटना हाईकोर्ट में सुनवाई चल रही है. और हाईकोर्ट लगातार सरकार के जवाब से असंतुष्टि जता रहा है.
याचिकाकर्ता अधिवक्ता मणिभूषण सेंगर ने पटना नाउ से बातचीत में बताया कि बुधवार को हाईकोर्ट ने सरकार से एक हफ्ते में जवाब मांगा है कि क्या ठोस कार्रवाई सरकार ने की है जिससे आगे ऐसी दुर्घटनाएं ना हों. इस मामले में याचिकाकर्ता से भी हाईकोर्ट ने व्यवस्था में खामियों से संबंधित रिपोर्ट मांगी है.
पटना सिटी से अरुण