बिहार में 9 सीटों पर कांग्रेस ने उतारे हैं अपने उम्मीदवार
9 में से 6 सीटों के जीतने का दावा कर रहे हैं पूर्व मंत्री मतंग सिंह
सासाराम और पटना साहिब, किशनगंज की सीट जीतना है आसान
महागठबंधन और कांग्रेस के अपने वोट कांग्रेस को दिलाएंगे बढ़त
महागठबंधन अपने वोटरों पर करती है पूरा भरोसा
पटना (ब्यूरो रिपोर्ट) | बिहार में चुनावी महासंग्राम काफी रोचक हो गया है. महागठबंधन से आपसी मतभेद होने के बावजूद भी कम सीटों पर समझौता करने वाली कांग्रेस अपने उम्मीदवारों के प्रति काफी आश्वस्त है. कांग्रेसी नेताओं, कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह देखने को मिल रही है और जमीन स्तर पर संगठन में भी मजबूती देखी जा रही है. बिहार के कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने बिहार के अनुभवी एवं नए नेताओं को एक साथ लाने में काफी मशक्कत की है. उसका प्रभाव पार्टी के ऊपर दिखने लगा है.
बिहार में सीट समझौते के तहत कांग्रेस 9 जगहों से अपने उम्मीदवार खड़े कर रही है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मतंग सिंह इन दिनों बिहार दौरे पर हैं. जातिगत समीकरणों एवं उम्मीद्वार चयन के आधार पर उन्होंने पत्रकार से बातचीत करते हुए कहा कि बिहार में कांग्रेस बहुत अच्छा प्रदर्शन करेगी राहुल गांधी एवं प्रदेश नेतृत्व एवं महागठबंधन के आपसी सामंजस्य के कारण कांग्रेस कम से कम 6 सीटों को अपने पाले में करने में सफल होगी. आगे उन्होंने कहा कि सासाराम हमारी पारंपरिक सीट रही है, इसलिए हमलोगों के खाते में आएगा. पहले से जीती हुई अपनी सीटों को हमलोग जरुर जीतेंगे.
बिहार के 40 लोकसभा सीटों में से किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, समस्तीपुर, मुंगेर, पटना साहिब, सासाराम, वाल्मीकि नगर, सुपौल जगहों पर कांग्रेस पुरजोर कोशिश कर रही है. बिहार में 11 अप्रैल को मतदान होगा और आखिरी चरण यानी 19 मई तक चलेगा. बिहार की 40 सीटों के लिए सातों चरण में मतदान होना है. इस तरह से पूरी सीटों पर पार्टियां भले ही अपने-अपने दावे कर रही हैं मगर इतना तो तय मानिए कि कांग्रेस के 9 में से 6 सीटों पर कांग्रेस की जीत को बताने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री मतंग सिंह ने जो आधार और आकलन बताया है उसमें उनके दावों को दरकिनार किसी भी कीमत पर नहीं किया जा सकता है.