पटना।। बिहार का शिक्षा विभाग गंभीर सवालों के दौर से गुजर रहा है. सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर शिक्षा विभाग किसके नियंत्रण में है.
बुधवार को माध्यमिक शिक्षा निदेशक के हस्ताक्षर से जारी एक पत्र ने बवाल खड़ा कर दिया है. क्योंकि इस पत्र के जारी होने के कई घंटे बाद खुद माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने इसे फर्जी बता दिया. जबकि दोनों पत्र बिल्कुल सही दिखाई दे रहे हैं.
करीब 3 महीने से सरकारी स्कूलों का समय बदलने की मांग हो रही है. बिहार विधानसभा और विधान परिषद में भी ये मामला कई बार उठ चुका है. खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सदन में घोषणा की थी कि स्कूलों का समय सुबह 9.45 से शाम 4.15 तक होगा. लेकिन शिक्षा विभाग ने उनकी भी बात नहीं मानी और सदन के नेता की घोषणा को अनसुना कर दिया. अब देखने वाली बात होगी कि बजट सत्र के बाकी बचे दो दिन में इस सवाल को लेकर शिक्षा मंत्री और बिहार के मुख्यमंत्री क्या जवाब देते हैं.
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