अशोक चक्र को धर्म चक्र भी कहा जाता है
24 तीलियां मनुष्य के 24 गुणों को दर्शाने का काम करती
सभी नागरिक इन 24 गुणों को अपना लें, तो देश उन्नति करेगा
अशोक चक्र में कितनी तीलियां हैं और हर तीलियां इंसान के किन गुणों को दर्शाती हैं? ये चक्र सम्राट अशोक के मिले कई शिलालेखों में बनाया गया था। अशोक चक्र को धर्म चक्र के नाम से भी जाना जाता है। यह चक्र हमें बताता है कि चलते रहना ही जीवन है और रुक जाना मृत्यु। इस चक्र को कर्तव्य का पहिया भी कहा जाता है। अशोक चक्र में कुल 24 तीलियां होती हैं। इसकी 24 तीलियां मनुष्य के 24 गुणों को दर्शाने का काम करती हैं। इन 24 गुणों को धर्म मार्ग भी कहा जाता है। अगर देश के सभी नागरिक इन 24 गुणों को अपना लें, तो देश को उन्नति करने से कोई नहीं रोक सकता है। इसी वजह से 1947 में हमारे नीति निर्माताओं ने अशोक चक्र को राष्ट्रीय ध्वज में स्थान दिया था। इसी कड़ी में आइए जानते हैं कि अशोक चक्र की 24 तीलियां मनुष्य के किन किन गुणों को दर्शाती हैं?
1 पहली तीली – संयम
2 दूसरी तीली – आरोग्य
3 तीसरी तीली – शांति
4 चौथी तीली – त्याग
5 पांचवीं तीली – शील
6 छठवीं तीली – सेवा
7 सातवीं तीली – क्षमा
8 आठवीं तीली – प्रेम
9 नौवीं तीली – मैत्री
10 दसवीं तीली – बन्धुत्व
11 ग्यारहवीं तीली – संगठन
12 बारहवीं तीली – कल्याण
13 तेरहवीं तीली – समृद्धि
14 चौदहवीं तीली – उद्योग
15 पंद्रहवीं तीली – सुरक्षा
16 सौलहवीं तीली – नियम
17 सत्रहवीं तीली – समता
18 अठारहवी तीली – अर्थ
19 उन्नीसवीं तीली – नीति
20 बीसवीं तीली – न्याय
21 इक्कीसवीं तीली – सहकार्य
22 बाईसवीं तीली – कर्तव्य
23 तेईसवी तीली – अधिकार
24 चौबीसवीं तीली – बुद्धिमत्ता
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