डा. कुरियन के आदर्शो को आत्मसात करें किसान – किरण
नोटबंदी का डेयरी पर कोई प्रभाव नही – सीमा त्रिपाठी
डॉ वर्गीज कुरियन की नीतियों से मिला किसानों को बाजार – प्रबंध निदेशक
फुलवारी शरीफ .वैशाल पाटलिपुत्रा दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड की अध्यक्षा किरण देवी ने डॉ कुरियन की जीवनी और उनके आदर्शो को आत्मसात करने की अपील करते हुए कहा की किसानो की दशा और दिशा बदलने में अहम भूमिका निभा रही है पटना डेयरी प्रोजेक्ट. शनिवार को पटना डेयरी प्रोजेक्ट सुधा डेयरी में श्वेत क्रांति के जनक डॉ वर्गीज कुरियन की जयंती ” मिल्क डे ” समारोह के मंच से किसानो को संबोधित कर रही थी. उन्होंने कहा की पटना डेयरी प्रोजेक्ट से डा0 कुरियन का विषेष लगाव था एवं डा. कुरियन पटना डेयरी प्रोजेक्ट के अध्यक्ष के रूप में वर्ष 1981 से 1986 तक कार्यरत थे. डॉ. कुरियन के कार्यो के लिए उन्हें पद्मश्री, पद्मविभुषण से अलंकृत किया गया.
राष्ट्रीय मिल्क डे समारोह को संबोधित करते हुए कम्फेड एमडी सीमा त्रिपाठी ने कहा की नोट बंदी का कोई असर डेयरी उद्धोग पर नहीं पड़ा है. किसानो और उत्पादकों को चेक के जरिये भुगतान किया जा रहा है. उन्होंने कहा की डॉ वर्गीज कुरियन ने सहकारिता आन्दोलन को नया आयाम दिलाया. उन्होंने कहा की डा0 वर्गीस कुरियन के जन्म दिन को पूरे देश में राष्ट्रीय दुग्ध दिवस के रूप में मनाया जा रहा है.
पीडीपी के प्रबंध निदेशक सुधीर कुमार सिंह ने कहा की श्वेत क्रांति के जनक डॉ वर्गीज कुरियन देश के किसानों के अमूल्य रत्न थे.उन्होंने दूध वयवसाय को बड़ा बाजार उपलब्ध करके किसानों की महत्ता को दुनिया में अलग पहचान दिलायी. बिहार के गाँव गाँव के किसानों के दूध वयवसाय की उत्पादकता को बड़ा बाजार उपलब्ध कराते हुए तंगहाली और मुफलिसी में गुजर बसर कर रहे किसानों को खुशहाल बनाया. श्वेत क्रांति के जनक डा. कुरियन के दुरगामी सोच के चलते ही आज भारतवर्ष पूरे विश्व का सबसे ज्यादा दुग्ध उत्पादक देश के रूप में जाना जाता है ।
समारोह को पटना समेत कई जिलों के दुग्ध उत्पादक किसान, समिति के अध्यक्ष एवं सचिवों समेत किसानों ने भी संबोधित किया. पटना डेयरी प्रोजेक्ट , फुलवारी शरीफ, पटना के प्रांगण में वैशाल पाटलिपुत्र दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लि., काम्फेड, पटना, इंडियन डेयरी एसोसिएशन (बिहार चैप्टर), डेयरी मैनेजेमेन्ट इंस्टिच्युट, बिहार, दुग्ध उत्पादक किसान, समिति के अध्यक्ष एवं सचिवों ने बड़े धुम-धाम से डा. कुरियन का जन्मदिन दुग्ध दिवस के रूप में मनाया.