पटना (अजीत) | डॉ जे.के. प्रसाद ने बिहार पशु चिकित्सा महाविद्यालय, पटना में अधिष्ठाता के तौर पर योगदान दिया. इससे पहले डॉ एस. समंतराय प्रभारी डीन के तौर पर कार्य कर रहे थे. इस अवसर पर नवनियुक्त अधिष्ठाता डॉ जे के प्रसाद ने कहा की जिस तरह बिहार पशु चिकित्सा महाविद्यालय ने अपनी एक अलग पहचान बनायीं है, उसे और आगे ले जाने के लिए प्रतिबद्ध रहूँगा. अपने कार्यानुभव से यह विश्वविद्यालय और महाविद्यालय को शिखर तक ले जाने के लिए हर संभव प्रयास करूँगा, बिहार पशु चिकित्सा महाविद्यालय पुरे भारत का चौथा सबसे पुराना पशु चिकित्सा महाविद्यालयों में से एक है, इस संस्थान का गौरव कायम रहे साथ ही और प्रगति करे यह सुनिश्चित करना मेरी प्राथमिकता होगी.
कई प्रतिष्ठित संस्थानों में सेवाएँ दे चुके है डॉ. प्रसाद
डॉ प्रसाद ने पशुचिकित्सा महाविद्यालय, मथुरा से स्नातक किया है, स्नातकोत्तर के लिए भारतीय पशुचिकित्सा अनुसंधान संस्थान, इज्ज़त्नगर, उत्तर प्रदेश में चयन हुआ, डॉ प्रसाद ने जी.बी पन्त विश्वविद्यालय, पंतनगर से पि.एचडी की डिग्री हासिल की, इन्होंने पशुचिकित्सा महाविद्यालय पंतनगर में पशु प्रसूति विभाग में बतौर एसोसिएट प्रोफेसर,भारतीय पशुचिकित्सा अनुसंधान संस्थान, इज्ज़त्नगर, उत्तर प्रदेश में प्रिंसिपल साइंटिस्ट और विगत कई सालों से भारतीय पशुचिकित्सा अनुसंधान संस्थान, डीम्ड यूनिवर्सिटी में अकादमिक कोऑर्डिनेटर के तौर पर कार्यरत थे. डॉ प्रसाद के नाम इक्यानवे रिसर्च पेपर्स, छप्पन आर्टिकल्स, दो पेटेंट, चौदह रिसर्च प्रोजेक्ट्स और कई अवार्ड्स शामिल है. इन्हें तीन बार यंग साइंटिस्ट अवार्ड से नवाजा जा चूका है.
इस अवसर पर डॉ एसआरपी सिन्हा, डॉ चद्रमणि सहित विश्वविद्यालय के तमाम शिक्षक और कर्मचारीगण मौजूद थे.