पंचतत्व में विलीन हुए डॉ. बिंदेश्वर पाठक





लोधी रोड स्थित शमशान घाट पर हुआ अंतिम संस्कार
सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक बिंदेश्वर पाठक का निधन
पीएम मोदी ने जताया दुख


सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक डॉ. बिंदेश्वर पाठक का मंगलवार को निधन हो गया. डॉ. पाठक ने दिल्ली के एम्स में अंतिम सांस ली. उन्हें कार्डियक अरेस्ट आया था. डॉक्टरों ने उन्हें कार्डियक पल्मोनरी रिससिटेशन की मदद से सांस देने की भी कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली. दिल्ली के लोधी रोड स्थित शमशान घाट पर बुधवार को बिंदेश्वर पाठक का अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान उनकी अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए, जिन्होंने नम आंखों से उन्हें विदा किया.
सुलभ इंटरनेशनल एक सामाजिक सेवा संगठन है, जो शिक्षा के माध्यम से मानव अधिकारों, पर्यावरण स्वच्छता, अपशिष्ट प्रबंधन और सुधारों को बढ़ावा देने के लिए काम करता है.

उनके एक सहयोगी ने बताया कि 80 वर्षीय बिंदेश्वर ने सुबह स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया और उसके तुरंत बाद वह अचानक गिर गए, जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए एम्स लाया गया. अस्पताल के एक सूत्र ने कहा कि बिंदेश्वर पाठक को दोपहर 1:42 बजे मृत घोषित कर दिया गया था. उन्होंने बताया कि मौत का कारण कार्डियक अरेस्ट है. डॉ. बिंदेश्वर पाठक का जन्म बिहार के वैशाली जिले के रामपुर बाघेल गांव में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था. उनकी मां योगमाया देवी थीं और उनके पिता रमाकांत पाठक थे, जो समुदाय के एक सम्मानित सदस्य थे.


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि डॉ. बिंदेश्वर पाठक जी का निधन हमारे देश के लिए एक गहरी क्षति है. वह एक दूरदर्शी व्यक्ति थे, जिन्होंने सामाजिक प्रगति और वंचितों को सशक्त बनाने के लिए बड़े पैमाने पर काम किया.पीएम मोदी ने कहा कि बिंदेश्वर जी ने स्वच्छ भारत के निर्माण को अपना मिशन बना लिया था. उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन को जबरदस्त समर्थन प्रदान किया. हमारी विभिन्न बातचीत के दौरान स्वच्छता के प्रति उनका जुनून हमेशा दिखता रहा.

PNCDESK

By pnc

Related Post