पटना (ब्यूरो रिपोर्ट) | गत बुधवार को स्व० (डॉ.) जगन्नाथ मिश्र का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव बलुआ सुपौल में किया गया. इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी भी उपस्थित थे. उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जा रहा था. अंतिम संस्कार के दौरान सलामी के लिए 22 राइफलें आसमान की तरफ उठीं थी. लेकिन उसमें से किसी से भी गोली नहीं निकली अर्थात 22 के 22 राइफलों से गोली नहीं चली थी. यह एक पूर्व मुख्यमंत्री को उनके अंतिम संस्कार के समय उनके सम्मान को ठेस लगाने जैसी थी. मुख्यमंत्री के सामने ही पुलिस की स्थिति की पोल खुल गई थी. ऐसा होते ही वहां उपस्थित सभी आला अधिकारी अगल-बगल झांकने लगे थे.
ये घटना वाकई चौंकाने वाली थी तथा संभावना जताई जा रही थी कि स्व० (डॉ.) जगन्नाथ मिश्र का परिवार इस वाकया पर अपनी नाराजगी व्यक्त करेगा और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्यवाई की मांग करेगा. लेकिन उनके परिवार ने बड़ा दिल दिखाते हुए ऐसे पुलिसकर्मियों को माफ़ करने की अपील की है. स्व० जगन्नाथ मिश्रा के भतीजे राजीव मिश्र ने शुक्रवार को एक वीडियो रिलीज़ किया जिसमें उन्होंने बिहार सरकार से अपने पूरे परिवार की ओर से दोषी पुलिसकर्मियों को माफ़ करने की अपील की है.