5 थानों की पुलिस को चकमा दे गया 50 हजार का इनामी डॉन
पुलिस से सामने से निकल गया विशेश्वर ओझा का हत्यारा
आरा,16 अप्रैल. डॉन को पकड़ना मुश्किल ही नहीं.. नामुमकिन है.. यह डायलॉग भले ही बॉलीवुड के मशहूर फिल्म डॉन का है, लेकिन इस फिल्मी डायलॉग की हक्कीकत रविवार उस समय पता चला, 2 साल से फरार डॉन ब्रजेश मिश्रा पुलिस के सामने से आराम से निकलता बना और पुलिस मुँह ताकती रह गयी. पाँच थानों की पुलिस डॉन के घेराबंदी में लगी थी और डॉन का चैलेंज उस घेराबंदी से बाहर आने का था जिसमे वह कामयाब हो गया.
रविवार को 2 साल से फरार चल रहा भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष विशेश्वर ओझा हत्या का मुख्य अभियुक्त ब्रजेश मिश्रा पुलिस को पुनः चकमा देने में कामयाब हो गया और पुलिस की आंखों के सामने से ही मोटरसाइकिल से रफ्फूचक्कर हो गया. डॉन ब्रजेश पर 50 हजार का इनाम भी है लेकिन फिर भी पुलिस आज तक उसे दबोच नही पायी. रविवार को पांच थानों की पुलिस, IPS अधिकारी मनजीत सिंह के नेतृत्व में घंटो डॉन ब्रजेश मिश्रा को अपने सोनबर्षा गांव का चक्कर काटते रहे. लेकिन कुख्यात ब्रजेश हाथ आने की जगह पुलिस की आंखों में धूल झोंक ओझल हो गया. दरअसल पुलिस की टीम ने अलग-अलग जगहों से गांव में पैदल ही प्रवेश किया. पुलिस को सूत्रों से सूचना मिली थी ब्रजेश गांव में ही डेरा डाले हुए है. जिसके तहत पुलिस ने छापेमारी की. लेकिन ब्रजेश पुलिस के गांव में आते ही उस समय सतर्क हो गया जब उसके घर के सामने क्रिकेट खेल रहे बच्चों ने, गांव में आती पुलिस को दूर से ही देख कर पुलिस…पुलिस.. चिल्लाना शुरु कर दिया. बच्चो द्वारा पुलिस का नाम सुनकर ब्रजेश सतर्क हो गया और घर के पास बनी फुस की झोपड़ीनुमा बैठक खाने से निकल दूसरे घर में प्रवेश कर गया. पुलिस इधर तलाशी लेती रही और कुख्यात ब्रजेश अपने आप को तैयार कर, इस दौरान मोटरसाइकिल से पुलिस की आंखों के सामने से निकलता बना.
दरअसल पुलिस वाले डॉन ब्रजेश को पहचानते ही नहीं थे जिसका उसे भरपूर फायदा मिला. बाद में तलाशी के दौरान पुलिस ने उसके झोपड़ीनुमा बैठकखाने से 12 बोर का पिस्टल सहित पांच जिंदा कारतूस बरामद किया.
बताते चलें आरोपी ब्रजेश मिश्रा पिछले 2 सालों से फरार है जिस पर भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष विशेश्वर ओझा को गोली मारकर हत्या का आरोप है. हत्या के इस मामले में मामले में ब्रजेश मिश्रा 2 वर्षो से फरार चल रहा है जबकि उसके पिता शिवाजीत मिश्रा और भाई कृष्णा मिश्रा जेल में बंद है.
आरा से ओ पी पांडेय की रिपोर्ट