सोशल मीडिया से जुड़े एक डॉक्टर बन गए यूँ रोल मॉडल
डॉ राजीव रंजन ने बचाई एक किडनी पेशेंट की जान
आरा,14 मार्च. कभी-कभी आपका छोटा प्रयास किसी की जिंदगी बचा देता है तो कभी यह छोटा प्रयास किसी के लिए उसके जीवन का गोल्डेन अवसर बन जाता है. मतलब यह कि कभी अपने छोटे प्रयास को छोटा न समझें क्या पता वह किसकी लाइफ का टर्निंग पॉइंट बन जाये! आप यह सोच रहे होंगे उक्त बातों का क्या रहस्य है! अरे जनाब! आप सर खुजलाइये… दरअसल यह खबर हम सभी मे मानव हित की छुपी भावना को उजागर करने के लिए
है. असल में हुआ ये कि सोशल मीडिया पर ब्लड के लिए एक सूचना शहर के जाने-माने युवा डॉक्टर को मिली. डॉक्टर ने सूचना में दिए गए नम्बर पर सम्पर्क किया और जाकर रेडक्रॉस में ब्लड डोनेट कर एक मरीज की जान बचा दी और चुपचाप वापस आ गए. इस मदद के बाद सोशल मीडिया पर डॉक्टर के इस प्रयास की तारीफ करते जहाँ लोग थक नही रहे हैं वही मरीज के परिजनो के लिए वे भगवान की तरह उनके जीवन मे समाहित हो गए हैं. हम जानते हैं कि आप यह जानने के लिए इच्छुक होंगे कि आखिर ये कौन डॉक्टर थे तो चलिए बता दें कि वे कोई और नही बल्कि शहर के प्रसिद्ध चर्मरोग विशेषज्ञ डॉक्टर राजीव रंजन थे.
दरअसल आज भोजपुर जिले के RTI व सामाजिक कार्यकर्ता अभिषेक तिवारी ने रविवार को सोशल साइट पर एक पोस्ट डाला गया था कि आरा शहर में एक जरूरतमंद व्यक्ति को B+ रक्त की आवश्यकता है. कृपया मोबाइल नंबर 9835921010 पर कॉल कर मदद करने की कृपा की जाए. जिसके बाद आरा शहर के प्रसिद्ध चर्म रोग विशेषज्ञ डॉ राजीव रंजन ने RTI कार्यकर्ता अभिषेक तिवारी को फोन कर पूरे मामले की जानकारी ली और रेडक्रॉस में जाकर रक्तदान किया. यह रक्तदान उन्होंने भोजपुर जिले के जगदीशपुर थाना क्षेत्र के मसूढी गांव के रहने वाले पीयूष मिश्रा के लिए किया जो किडनी की गंभीर बीमारी के कारण जिंदगी और मौत से जूझ रहे थे. डॉक्टर राजीव बिना किसी को बताए अपना सहयोग देकर वहाँ से चलते बने.
लेकिन यह बात मरीज और RTI कार्यकर्ता अभिषेक तिवारी को जैसे ही पता चला उन्होंने डॉक्टर को फोन कर आभार तो व्यक्त ही किया, और सोशल नेटवर्किंग साइट के माध्यम से डॉक्टर साहब का आभार व्यक्त किया. इस खबर को सोशल मीडिया के माध्यम से जिसने भी जाना सबने डॉक्टर राजीव की भूरी-भूरी प्रशंसा की. सबने एक सुर में कहा कि डॉक्टर हो तो ऐसा! अब सबके लिए डॉक्टर राजीव रोल मॉडल बन गए सब बस यही कह रहे कि डॉक्टर राजीव रंजन द्वारा उठाए गए इस कदम का आरा शहर के सभी चिकित्सकों को अनुकरण करना चाहिए.
आरा से ओ पी पांडेय की रिपोर्ट