कीजिए जल संरक्षण वरना बढ़ेगी मुश्किलें

जल संरक्षण जागरूकता कार्यक्रम चलाया

आरा 12 जुलाई. मंगलवार को विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर यथार्थ,अवली और सर्वहारा सेवा संस्थान के यस नेटवर्क द्वारा जल संरक्षण जागरूकता अभियान हाउसिंग कॉलोनी मोड़ और कैथोलिक मिशन स्कूल के पास चलाया गया. बढ़ती जनसंख्या से प्राकृतिक संसाधनों, विशेष कर जल संसाधन में हो रही भारी कमी से वर्तमान समाज प्रभावित हो रहा है.




कार्यक्रम संयोजक सुनील पांडेय ने कहा कि पूरी दुनिया की कुल आबादी का लगभग 20 प्रतिशत भारत में निवास करती है जबकि जमीन के कुल क्षेत्रफल का महज ढाई प्रतिशत ही भारत में है. हम सब को जनसंख्या पर नियंत्रण के साथ-साथ जल के दुरुपयोग को भी रोकना होगा.

यस नेटवर्क के संयोजक भास्कर मिश्र ने लोगों का आह्वान करते हुए कहा कि अगले 25 वर्षों में 30 प्रतिशत तक प्रति व्यक्ति पानी की उपलब्धता में कमी आ जाएगी. बढ़ती जनसंख्या के कारण जल के प्रदूषण में भी बढ़ोतरी हो रही है.

नेटवर्क के संरक्षक डॉ उदय नारायण सिन्हा ने बताया कि जल जनित बीमारियों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है।इससे आम आदमी के आय का एक बड़ा हिस्सा स्वास्थ्य पर खर्च हो रहा है.

लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के छात्र ज्योतिर्मय विश्वेस ने बच्चों को बताया कि जल एक सीमित संसाधन है. हम सब की यह नैतिक जिम्मेदारी है कि इसके महत्व को समझते हुए सदुपयोग करें. बाबा बंदा सिंह इंजीनियरिंग कॉलेज के अभिनव कुमार और अभिषेक कुमार ने कहा कि आज जब हम पानी बचाएंगे तभी भविष्य में हमारे लिए पानी बचेगा. रौनक सिंह ने बताया कि शुद्ध जल अमृत तुल्य है. जल के दूषित होने के कारण आज घर घर में RO सिस्टम लग रहा है. बिहार इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी के वेंकटेश ने लोगों को समझाते हुए उनसे अनुरोध किया कि जल बचाने के छोटे छोटे प्रयास अगर सभी करें तभी हमारा भविष्य सुरक्षित होगा. वर्षा जल संचयन से भी हम अपने जल स्तर को बढ़ा सकते हैं और जल को नाले में जाने से रोक सकते हैं. धन्यवाद ज्ञापन करते हुए गुंजेश शरण ने कहा कि हम सभी का यह दायित्व है कि जनसंख्या के साथ-साथ जल के दुरुपयोग में कमी लाए.

PNCB

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