बच्चों को मोबाइल छुड़ाने का अनोखा तरीका
बदायूं, 13 सितंबर. मोबाइल रोजमर्रा की जरूरत में रोटी, कपड़ा और मकान के बाद ऐसी चीज हो गयी है जिसे जिंदगी से बाहर करना टेढ़ी खीर हो गया है. जितनी सुविधा के लिए यह सबका सबसे प्यारा है उससे ज्यादा खतरनाक बच्चों और हम सबके लिए है. जी हाँ मोबाइल के जरिये रेडिएशन का प्रभाव बच्चों पर सबसे ज्यादा है जो उन्हें अपंग और ब्रेन ट्यूमर सहित कई रोग का सबब बन सकते हैं, लेकिन यह जानते हुए भी 90 प्रतिशत से अधिक पैरेंट्स अपने बच्चों को झुनझुने की तरह मोबाइल जैसे जहरीले और घातक हथियार को उनके सामने सिर्फ इसलिए छोड़ देते हैं कि बच्चे मोबाइल में बझे रहें और वे निश्चिन्त हो अपना काम करते रहे. इधर बच्चों का यह हाल है कि चाहे वे किसी उम्र के क्यों न हों. एक बार जो उन्हें मोबाइल का लत लगा कि फिर उन्हें वे देना नही चाहते हैं.
ऐसे बच्चों के लिये यूपी के बदायूं के एक स्कूल ने शिक्षकों ने ऐसा तरीका ढूंढ बच्चों के सामने डेमो दिया कि बच्चे अब मोबाइल लेने से ही डरने लगे हैं. अब वे मोबाइल को छूने से भी कतराते हैं.
जी हाँ! सुनने में आपको अचंभा जरूर लग रहा होगा लेकिन टीचर ने बच्चों के मोबाइल की लत छुड़ाने के लिए अनोखा तरीका अपनाया है, जिसका वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल है. वीडियो उतर-प्रदेश के बदायूं के एक प्राइवेट स्कूल का है. इस वीडियो में वीडियो में एक टीचर आंखो पर पट्टी बांधकर रोती नज़र आती है. जब उससे रोने का कारण दूसरी टीचर पूछती है तो वह कहती है कि ज्यादा मोबाइल देखने से उसके आंखो से खून आ रहा है. इतना सुनते ही स्कूल कैंपस में प्रेयर के लिए खड़े बच्चे सहम जाते हैं. तभी एक टीचर बच्चों के बीच जाकर उन्हें मोबाईल देती है तो बच्चे डर के मारे लेने से इनकार करने लगते हैं.
इस तरीके से चाहें तो आप भी अपने बच्चों के मोबाइल एडिक्शन को छुड़ा सकते हैं. तो अगली बार आप भी कुछ नया तरीका ढूंढे और बच्चों को मोबाइल से दूर रखें.