घाटों पर बिजली से लेकर सीसीटीवी तक की करे व्यवस्था
अब निसरपुरा नहीं जायेगा बालू
दिन में मजदूरो से लेना होगा काम
कोईलवर/भोजपुर । खनन विभाग के सभी बालू घाटों से मुख्य सड़क से जोड़ने सम्बंधित भूमि अधिग्रहण कियेे जाने के आलोक में भोजपुर जिलाधिकारी संजीव कुमार ने एडीएम सुरेंद्र कुमार, सहायक निदेशक राकेश रंजन इंस्पेक्टर निरीक्षक जयप्रकाश सिंह,अंचलाधिकारी मृत्युंजय कुमार गुरुवार को दस बजे कोईलवर स्तिथ बालू घाटों का निरीक्षण करने पहुँचे. कोईलवर टीबी सेंटोरियम बालू घाट पर जिलाधिकारी के पहुंचते ही बालू व्यवसायियों में हड़कम्प मच गया. निरीक्षण के लिए पहुंचे जिलाधिकारी ने कोईलवर के टीबी सेनेटोरियम, मानाचक समेत कई बालू घाटों का निरीक्षण किया. जहां से भविष्य में भी बालू घाट का संचालन किया जा सके. बालू घाटों के निरीक्षण के दौरान टीबी सेनेटोरियम घाट पर चल रहे बालू खनन की जांच के दौरान अनियमितता को देख जिलाधिकारी संवेदक को दो दिनों के भीतर व्यवस्था सुधार लेने की निर्देश देते हुए फटकार लगायी. साथ ही आदेश की अवहेलना करने पर कार्रवाई की बात कही.
भोजपुर जिलाधिकारी संजीव कुमार ने संवेदक को आदेश देते हुये कहा की घाट के रास्ते में ड्राप गेट की व्यवस्था हो जहां हर आने जाने वाले वाहनों की रिकॉर्ड अलग-अलग रजिस्टर में दर्ज की जा सके. 25 एकड़ के क्षेत्र में सीसीटीवी लगाये. जिससे सभी वाहनों पर नजर रखी जा सके. घाट पर धर्म कांटा लगाए जाने का आदेश दिया. जिससे धांधली को रोका जा सके. उन्होंने खदान के रास्ते को चौड़ा करने की बात बताते उन्होंने कहा कि रास्ते मे वाहनों की अनावश्यक भीड़ ना हो इसका पूरा ख्याल रखा जाय. घाट पर पेयजल, शौचालय, चालान काउंटर, सुरक्षा प्रहरी समेत मुलभुत कई उपलब्ध कराने का निर्देश संवेदक को दिया.
भोजपुर की बालू खदानों से निकला बालू अब पटना जिला के बिहटा के निसरपुरा स्तिथ बफर स्टॉक नही जाएगा. पहले टीबी सेंटोरियम व धनडीहा बालू घाट से बालू लदे ट्रक कोइलवर से बालू निकाल पटना जिले के निसरपुरा स्थित बफर स्टॉक जाता था. जहां से उपभोक्ताओं को बालू मुहैया कराई जाती थी. लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। डीएम ने उच्च अधिकारियों के आदेश का हवाला देते हुए कहा कि अब घाट से बालू लदे ट्रक सीधे चालान पर अंकित गंतव्य स्थान तक जाएंगे. साथ ही जिलाधिकारी ने सहायक निदेशक राकेश रंजन को यथाशीघ्र लॉटरी के माध्यम से चयनित रिटेलरों को सक्रिय करने के आदेश दिए. जिलाधिकारी के निर्देश पर सहायक निदेशक राकेश रंजन ने कार्यरत संवेदक तारा रजत एंक्लेव प्राइवेट लिमिटेड के संवेदक को सख्त लहजे में चेताते कहा की हर हाल में एनजीटी, शिया व डीया के तय मानकों का ख्याल रखा जाए. अधिकारी ने कहा कि बालू का खनन किसी सूरत में तीन मीटर से ज्यादा न हो और सीधे खदान से बालू न लाद स्टॉक से बालू की ढुलाई हो जिससे रास्ते पर पानी न गिरे. जिलाधिकारी ने सख्त लहजे में नियम तोड़ने पर कार्रवाई की धमकी दी. हालांकि की इस दौरान ग्रामीणों ने बालू लदे वाहनों से सड़क पर पानी गिरने की शिकायत भी की. जिस पर डीएम ने संवेदक को स्तिथि में सुधार लाने को कहा.
जिलाधिकारी के अचानक बालू घाट पर पहुंचने की खबर मिलते ही सैकड़ों की संख्या में मजदूर घाट पर इकट्ठा हो गए और काम ना मिलने की बात बताई. जिस पर सहायक निदेशक ने संवेदक को दिन में मजदूरों से काम लेने की हिदायत दी ही साथ ही कार्यरत मजदूरों की सुविधाओं का ख्याल रखने का निर्देश दिया. रात में होने वाली बालू लदे ट्रक ट्रैक्टरों की ढुलाई के दौरान लाइट की व्यवस्था भी संवेदकों को करने को कहा.