दुर्गापूजा में विसर्जन के दौरान माँ दुर्गा की प्रतिमा से आंसू गिरने की खबर ने देश विदेश तक लोगों का ध्यान आकर्षित किया था. जिसकी तस्वीर सोशल मीडिया से लेकर अखबार की सुर्खियों में थी. अभी ये खबर थमी न थी कि कई अन्य जगहों पर मंदिरों में स्थित मूर्तियों से आँसू निकलने की खबर भी फैलने लगी जो अफवाह निकली. लेकिन मूर्ति विसर्जन के दौरान सिर्फ माँ दुर्गा की प्रतिमा से ही आंसू नहीं निकले थे बल्कि उनके साथ अन्य मूर्तियों में माँ सरस्वती और माँ लक्ष्मी की आँखों से भी आंसू निकले थे. इस बात को लेकर आज भी भोजपुर जिले में कई तरह की बातें सामने आ रही हैं.
पूर्णिमा देवी कहती हैं कि ऐसा होना विद्या और धन की हानि का संकेत है. ऋषिकेश पंचांग में इस तरह के संकेत आपसी सौहार्द के बिगड़ने का संकेत देता हैं .पिछले दिनों भोजपुर में पांच दिनों तक जिले के दो अनुमंडल में भारी तनाव की स्थिति बनी रही. एक इलाके में कर्फ्यू भी लगाना पड़ गया था. सब माता रानी के रोने के कारण हुआ था.
माँ दुर्गा के भक्त तोता बाबा इसे दैवीय घटना मानते हैं और कहते हैं कि माँ का जाते समय रोना अपने भक्तों के प्रति प्यार है जो उनकी कृपा दृष्टि का द्योतक है. उनका कहना है कि आदिशक्ति माँ दुर्गा ने एक बड़े ग्रह को टालने का संकेत दिया है. देवी दुर्गा के साथ मां सरस्वती और लक्ष्मी की आँखों से भी आंसू का निकलना आज भी लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है .
रिपोर्ट- आरा से ओ पी पांडेय