देश में करीब 95 करोड़ लोग इंटरनेट की पहुंच से दूर

By pnc Dec 27, 2016

मात्र 35 करोड़ लोग ही जानते है इंटरनेट

भारत में इंटरनेट डेटा प्लान दुनिया में सबसे सस्ता




मासिक डेटा पैकेज सस्ते होने चाहिए

डिजिटल साक्षरता पर विशेष ध्यान देने की जरुरत

‘स्ट्रैटजिक नेशनल मेजर्स टू कॉम्बैट साइबरक्राइम’ की रिपोर्ट में खुलासा 

केन्द्र सरकार देश की अर्थव्यवस्था को जहां कैशलेस बनाने और उसके डिजिटलाइजेशन के अभियान में लगी है, वहीं एक सच्चाई यह भी है कि देश की लगभग एक अरब आबादी के पास अभी भी इंटरनेट की सुविधा ही नहीं है. एक रिपोर्ट के अनुसार देश में करीब 95 करोड़ लोग ऐसे हैं जो अभी इंटरनेट की पहुंच से दूर हैं.

उद्योग मंडल एसोचैम-डेलायट के संयुक्त अध्ययन के अनुसार, भारत में इंटरनेट डेटा प्लान दुनिया में सबसे सस्ता है और स्मार्टफोन का औसत खुदरा मूल्य घट रहा है, लेकिन इसके बावजूद 95 करोड़ भारतीयों को इंटरनेट कनेक्टिविटी उपलब्ध नहीं है. देश में इस समय इंटरनेट प्रयोगकर्ताओं की संख्या 35 करोड़ है. इस मामले में सिर्फ चीन ही भारत से आगे है. ‘स्ट्रैटजिक नेशनल मेजर्स टू कॉम्बैट साइबरक्राइम’ शीर्षक वाली रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में इंटरनेट की पहुंच बढ़ रही है.

स्टडी में कहा गया है कि स्किल इंडिया और डिजिटल इंडिया के बीच समन्वय बिठाते हुए डिजिटल एजुकेशन के प्रोग्राम को तैयार करने और उसके तहत ट्रेनिंग देने की जरूरत है. डिजिटल साक्षरता का फैलाव करने के लिए ब्रॉडबैंड, स्मार्ट उपकरण तथा मासिक डेटा पैकेज सस्ते होने चाहिए. इसमें कहा गया है कि दूरदराज के इलाकों में डिजिटल सेवाओं के प्रावधान के लिए मौजूदा सरकारी ढांचागत संपत्तियों का इस्तेमाल करने की जरूरत है. अध्ययन में कहा गया है कि स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में संस्थागत प्रशिक्षण के जरिए डिजिटल साक्षरता को बढ़ाया जा सकता है.

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