पटना समेत बिहार के कई इलाकों से डेंगू और चिकुनगुनिया के प्रकोप के खबरें आ रही हैं. आज पटना के पंडारक से दो लोगों में डेंगू की पुष्टि होने के बाद पटना डीएम ने सिविल सर्जन के साथ स्पेशल डॉक्टरों की टीम भेजी है. इधर बिहार के स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि राज्य में डेंगू एवं चिकुनगुनिया को लेकर आवश्यक तैयारियाँ पूरी कर ली गई हैं. राजधानी पटना में मच्छरों से निपटने के लिए पटना नगर निगम द्वारा फॉगिंग की जाती है, जिसके लिए जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यालय, पटना (स्वास्थ्य विभाग) द्वारा निगम को 40 किलोग्राम टेक्नीकल मालाथियॉन की आपूर्ति की गई है.
सरकार की ओर से जारी जानकारी के मुताबिक डेंगू एवं चिकुनगुनिया के इलाज के लिए राज्य के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में जाँच हेतु किट तथा इलाज की सुविधा निःशुल्क उपलब्ध करायी गई है. सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों तथा सदर अस्पतालों में गंभीर मरीजों के इलाज के लिए निशुल्क पृथक वार्ड की व्यवस्था है. इसके तहत पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल, पटना में 20 बेड, राज्य के अन्य मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में 10 बेड तथा सभी सदर अस्पतालों में 5 बेड की व्यवस्था की गई है। पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल ,पटना, नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल , पटना, इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी ब्लड बैंक, पटना, मॉडल ब्लड बैंक जयप्रभा अस्पताल, पटना एवं इंदिरा गाँधी आयुर्विज्ञान संस्थान में पर्याप्त
प्लेटलेट्स उपलब्ध हैं. इसके अतिरिक्त जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, भागलपुर, दरभंगा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, दरभंगा तथा श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, मुजफ्फरपुर में भी यह सुविधा उपलब्ध
है .
राज्य स्वास्थ्य समिति, बिहार द्वारा एम्बुलेंस सेवा हेतु टॉल फ्री नंबर 102 तथा इलाज के लिए विशेष जानकारी/शिकायत/ परामर्श हेतु राज्य नियंत्रण कक्ष के टॉल फ्री नंबर 104 की सुविधा उपलब्ध करायी गई है, जो 24×7 कार्यरत है.
बता दें कि वर्षा ऋतु में मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है, जिससे डेंगू एवं चिकुनगुनिया रोगों के प्रसार की संभावना बढ़ जाती है। 29 अगस्त तक राज्य में डेंगू के 40 एवं चिकुनगुनिया के 18 रोगी सामने आ चुके हैं.