पटना (ब्यूरो रिपोर्ट) | बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि उरी और फुलवामा के आतंकी हमले के बाद नरेन्द्र मोदी की कूटनीति का ही नतीजा रहा कि पाकिस्तान जहां दुनिया में अलग-थलग पड़ गया वहीं चार बार से मसूद को बचाने के लिए वीटो का प्रयोग करने वाले चीन को भी अन्ततः अपना स्टैंड बदलने के लिए बाध्य होना पड़ा. उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी के कुटनीतिक वैश्विक दबाव के आगे ही मजबूर होकर पाकिस्तान को उसके एफ-16 लड़ाकू विमान को मार गिराने वाले पाक सीमा में गिरफ्तार भारतीय विंग कमांडर अभिनन्दन को 48 घंटे के अंदर रिहा करने के लिए बाध्य होना पड़ा.सुशील मोदी ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री के विदेश दौरे का मजाक उड़ाने वालों को तब मूंह की खानी पड़ी जब यूएई के क्राउन प्रिंस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अपने देश के सर्वोच्च सम्मान ‘जायद मेडल’ से सम्मानित किया. पाकिस्तान के बहिष्कार के बावजूद यूएई की राजधानी अबूधाबी में 1969 में गठित 57 इस्लामिक देशों के संगठन ओआईसी में पहली बार भारत की विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज को बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया गया.
मसूद का वैश्विक आतंकी घोषित होना अभी टेलर मात्र है, आगे बहुत कुछ होना बाकी है. नरेन्द्र मोदी का तो प्रण है-‘ सौगंध मुझे इस मिट्टी की, मैं देश नहीं मिटने दूंगा, मैं देश नहीं झूकने दूंगा.’