आपदाओं में सुरक्षित रहने का दिये संदेश
आशादीप दिव्यांग पुनर्वास केंद्र, दीघा पटना के बच्चों ने सोनपुर मेले में प्राधिकरण के पैवेलियन में दिखाई अपनी प्रतिभा
प्राधिकरण के पेवेलियन में आपदाओं से बचने की दी जा रही जानकारी, बड़ी संख्या में उमड़ रहे मेलार्थी
मुख्यमंच पर दिखाई जा रही है आपदा पर आधारित फिल्में
पटना. विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला में बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के पेवेलियन में आपदाओं के प्रति आम लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से कई कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं. मेला घूमने आए लोग बड़ी संख्या में पेवेलियन के विभिन्न स्टॉल पर पहुंचकर आपदाओं से जुड़ी जानकारियां हासिल कर रहे हैं. नुक्कड़ नाटक, पपेट शो, बाइस्कोप, पेंटिंग्स और पहेलियां–मुकरियां प्रतियोगिता में मेलार्थी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं.दीघा, पटना स्थित आशादीप दिव्यांग पुनर्वास केंद्र के मूक-बधिर बच्चों ने मूक अभिनय माइम शो के जरिये आपदाओं में सुरक्षित रहने का संदेश दिया. इन विशेष बच्चों के अंदर छिपी प्रतिभा देखकर दर्शक व श्रोता हतप्रभ नजर आए. बच्चों के इस मूकाभिनय प्रस्तुति का निर्देशन विद्यालय की प्राचार्या सिस्टर लिसी और शिक्षिका सलोनी ने किया. बच्चों ने बताया कि जागरूकता अभियान में शामिल होने में हम किसी से कम नहीं है.
आशादीप दिव्यांग स्कूल दीघा के मूक-बधिर बच्चों ने मेले के मुख्य पंडाल में विभिन्न आपदाओं से बचाव की जानकारी नाटक के माध्यम से दी. 18 बच्चों की टीम ने बाढ़, भूकंप,आग, वज्रपात, सड़क दुर्घटना, और शीतलहर जैसी आपदाओं में सुरक्षित रहने का संदेश दिया. सिस्टर लिसी मैथ्यू निशी लिंडा, सलोनी कुमारी और मो. अतहर अली के मार्गदर्शन में इन बच्चों ने मुख्य पंडाल के मंच पर इंद्रधनुषी छटा बिखेर दी. रंग-बिरंगे कपड़ों में सजे बच्चे कभी रोपनी करते किसान बन जाते, तो कभी बाइक उड़ाते युवा. कभी पेड़ बन जाते, कभी सीढ़ी. दिव्यांग बच्चों को इतनी फुर्ती से यह सब करता देख दर्शक मंत्रमुग्ध नजर आए. लोगों ने तालियों तालियों की गड़गड़ाहट से इनका स्वागत किया.
बिहार राज्य आपदा प्राधिकरण की ओर से आपदा से बनी फ़िल्में भी मुख्यमंच पर दिखाई जा रही है जिनमें सड़क सुरक्षा और शीतलहर के प्रकोप को कैसे कम किया जा सकता है इसके बारें में फिल्म दिखाई ज रही है.