चेन्नई (ब्यूरो रिपोर्ट) | प्रसार भारती ने चेन्नई दूरदर्शन केंद्र की महिला अधिकारी को बिना कोई लिखित कारण के निलंबित कर दिया है. कहा जा रहा है कि दूरदर्शन केंद्र, पोधिगाई (Podhigai) की असिस्टेंट डायरेक्टर (प्रोग्रामिंग) आर वासुमति (R Vasumathi) ने कथित तौर पर चेन्नई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के प्रसारण को रोक दिया था. इसी कारण उस महिला अधिकारी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है.
एक अक्टूबर मंगलवार को इस मामले में प्रसार भारती के सीईओ शशि शेखर वेम्पती की ओर से वासुमति के निलंबन का आदेश जारी किया गया है. हालांकि इस आदेश में निलंबन का कोई कारण नहीं बताया गया है और सिर्फ अनुशासनात्मक कार्यवाही की बात कही गई है. प्रसार भारती के सूत्रों हवाले से यह कहा जा रहा है कि आदेशों को न मानने और मोदी के कार्यक्रम की कवरेज न दिखाने को लेकर वासुमति के खिलाफ ये कार्रवाई की गई है.
जैसा कि विदित है, 30 सितंबर को चेन्नई में प्रधानमंत्री मोदी ने दो कार्यक्रमों को संबोधित किया था जिसमें एक आईईटी मद्रास का 56वां वार्षिक दीक्षांत समारोह था और दूसरा IIT मद्रास के रिसर्च सेंटर में सिंगापुर-इंडिया हैकेथॉन-2019 शामिल था. पीएम ने चेन्नई हवाई अड्डे पर उतरने के बाद भाजपा समर्थकों की एक सभा को संबोधित किया जहां उन्होंने तमिल भाषा के इतिहास के बारे में बात की, जिसे डीडी पोडिगई द्वारा लाइव टेलीकास्ट किया गया था. दूरदर्शन के पोधिगाई केंद्र ने IIT मद्रास के दीक्षांत समारोह का तो लाइव प्रसारण किया, लेकिन हैकेथॉन में मोदी के भाषण का प्रसारण नहीं किया. जानकारी के मुताबिक, असिस्टेंट डायरेक्टर (प्रोग्रामिंग) आर वासुमति को दोनों कार्यक्रमों का लाइव प्रसारण करने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन उपचुनाव के मद्देनजर आचार संहिता को ध्यान में रखते हुए उन्होंने सिर्फ दीक्षांत समारोह के लाइव प्रसारण का निर्णय लिया और दूसरे कार्यक्रम का प्रसारण नहीं किया.
प्रसार भारती के अधिकारियों ने कहा कि वासुमति पर अब केंद्रीय सिविल सेवा नियम (वर्गीकरण, नियंत्रण और अपील) नियम, 1965 के अनुरूप कार्यवाही की जाएगी. उनपर जांच शुरू होने के बाद उन्हें अपना पक्ष रखने के लिए बोला जाएगा. वासुमति के निलंबन आदेशों में यह भी कहा गया है कि अपने तैनाती स्थल चेन्नई से कहीं बाहर जाने से पहले उन्हें प्रसार भारती से अनुमति लेनी होगी.

डीडी PODHIGAI द्वारा लाइव टेलीकास्ट न करने को प्रधान मंत्री कार्यालय (पीएमओ) द्वारा गंभीरता से लिया गया था, जिसके बारे में कहा जाता है कि सूचना और प्रसारण मंत्रालय से इस बारे में स्पष्टीकरण मांगा गया था. मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी को घटना के बारे में विस्तृत रूप से पता लगाने के लिए मंत्री द्वारा प्रतिनियुक्त भी किया गया था.
डीडी PODHIGAI टीवी द्वारा इस घटना के परस्पर विरोधी कारण बताये जा रहे हैं कि इस घटना को लाइव क्यों नहीं कवर किया जा सकता था. जहां एक ओर इसका का बचाव करते हुए, कुछ डीडी पोडिगाई अधिकारियों का दावा कर रहे है कि उन्हें भाषण के लाइव टेलीकास्ट में कठिनाइयों का सामना करना पड़ा क्योंकि इसके चालक दल कार्यक्रम स्थल में प्रवेश नहीं कर सके थे. वहीं दूसरों का दावा है कि चेन्नई में डीडी की एक विशाल टीम जिसमें दो दर्जन से अधिक कैमरेंपर्सन शामिल थे, ने इस आयोजन को कवर किया था.




By Nikhil

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