अपनी बातों को रखना चाहती थी AISA, लेकिन नही लिया सुरक्षाकर्मियों ने कोई रिस्क
सभा-स्थल तक जाने से प्रशासन ने रोका
आरा, 14 जनवरी. शनिवार को जगदीशपुर के दावाँ में समीक्षा यात्रा के दौरान प्रशासन के हाथ-पांव, बक्सर की घटना के बाद इस कदर फुले थे कि स्टूडेंट नेताओं को भी उनकी बातें लोकतांत्रिक रूप से रखने के लिए नही जाने दिया. AISA ने CM नीतीश कुमार के झूठे विकास की समीक्षा यात्रा के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया. भाकपा माले के स्टूडेंट विंग का यह मार्च बिहिया मेला रोड से गगनभेदी नारों के साथ नीतीश कुमार के सभा की ओर बढ़ रहा था लेकिन बिहिया पीरो रोड के बीच में ही मार्च़ को CM की सुरक्षा में खड़े सुरक्षाकर्मियों ने जबरन रोक दिया गया. हालांकि सुरक्षा अधिकारियों और AISA नेताओं के बीच अपनी-अपनी दलीलें काफी देर तक देने का काम चला लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें वहां से आगे जाने से रोक दिया. मार्च को रोके जाने के खिलाफ युवाओं ने जबरदस्त प्रतिवाद किया और वहीं पर सड़क को जाम कर सभा किया. सभा को संबोधित करते हुए माले राज्य कमिटी सदस्य अजीत कुशवाहा ने कहा कि नीतीश सरकार जनता के तमाम लोकतांत्रिक आन्दोलनों को लाठी और गोली के बल पर दबाने की कोशिश कर रही है जो कि एक लोकतांत्रिक राज्य के लिए काफी खतरनाक है. उन्होंने कहा कि यह सरकार विकास का झूठा ढोंग कर रही है. विकास के नाम पर कुछ खास सड़कों का रंग-रोगन करके जनता को बेवकूफ बनाने की कोशिश कर रही है. यह कैसा विकास है जहाँ 9 महीने बीत जाने के बाद भी अभी तक प्राथमिक विद्यालय के छात्रों को किताबें उपलब्ध नहीं कराई गई. बिहार सहित देश भर में रोजगार बंदी चल रही है. रोजगार के बिना नौजवान बेहाल है. किसान-मजदूर आत्महत्या करने पर विवश हैं और यह सरकार झूठे विकास का जश्न मना रही है.
दावां से ओ पी पांडेय की रिपोर्ट
फ़ोटो: सत्य प्रकाश सिंह