पटना । दिनेश नंदन सहाय, जिन्हें डी एन सहाय के नाम से भी जाना जाता था, का रविवार को पटना के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया. वह 82 वर्ष के थे तथा पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे. सहाय बिहार के डीजीपी भी रह चुके थे. सन 2000 में छत्तीसगढ़ के गठन के बाद वह वहां के पहले राज्यपाल बने.
दिनेश नंदन सहाय का जन्म 2 फरवरी 1936 को मधेपुर, बिहार में एक मध्य वर्गीय परिवार में हुआ था. इनकी माता का नाम किशोरी देवी और पिता का नाम देव नंदन सहाय था. इनका पालन पोषण पटना में हुआ था. इन्होंने इंग्लिश में अपना एमए पूरा कर एच डी कॉलेज, आरा में लेक्चरर के रूप में अपना करियर प्रारम्भ किया और इसके बाद सन् 1960 में वे भारतीय पुलिस सेवा में चयनित हुए. इन्होंने मंजू सहाय से शादी की तथा इनको एक बेटा और दो बेटियां हैं.
सेवा निवृत्ति के बाद ये समता पार्टी से जुड़ गए थे.
ये 2000 से 2003 के दौरान छत्तीसगढ़ के पहले राज्यपाल थे.
फिर सन् 2003 में वे त्रिपुरा के राज्यपाल भी बने.
मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने त्रिपुरा और छत्तीसगढ़ के पूर्व राज्यपाल दिनेश नन्दन सहाय के निधन पर गहरा शोक एवं दुख व्यक्त किया है. मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा कि दिनेश नन्दन सहाय एक कुशल राजनेता, पुलिस अधिकारी एवं कर्मठ समाजसेवी थे. उनके निधन से न केवल राजनीतिक बल्कि सामाजिक क्षेत्रों में भी अपूरणीय क्षति हुयी है. स्व0 दिनेश नन्दन सहाय का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ होगा. मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की चिर शान्ति तथा उनके परिजनों, अनुयायियों एवं प्रशंसकों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है.
(ब्यूरो रिपोर्ट)