महिला सशक्तिकरण पर और जैविक कृषि पर हुई बातचीत
आज शाम महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मू जी से राष्ट्रपति भवन में भाजपा के पूर्व सांसद आर के सिन्हा ने शिष्टाचार भेंट की.इस मुलाक़ात के दौरान आर के सिन्हा की राष्ट्रपति से महिला सशक्तिकरण पर और जैविक कृषि पर से विस्तृत चर्चा हुई, आर के सिन्हा ने इन विषयों पर अपने दशकों के अनुभवों को शेयर किया.
आर के सिन्हा ने कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के विकास में पुरुषों के बराबर ही महत्व रखती हैं. हमारे देश में 70 प्रतिशत आबादी आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करती है. 85 प्रतिशत से अधिक ग्रामीण परिवार अपनी आजीविका के लिए कृषि पर ही निर्भर हैं. आज कृषि में महिलाओं का योगदान 65 से 70 प्रतिशत है. परंतु अधिकांश महिलाएं नई तकनीकों को अपनाने और आधुनिक वैज्ञानिक तरीकों का लाभ उठाने तथा औपचारिक प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों में भाग लेने में असमर्थ हैं. वे अपनी घरेलू जिम्मेदारियों में ही उलझी रहती हैं.
भारत के 48 प्रतिशत कृषि से संबंधित रोजगारों में महिलाएं ही कार्यरत हैं, जबकि लगभग 7.5 करोड़ महिलाएं दुग्ध उत्पादन तथा पशुधन व्यवसाय से संबंधित गतिविधियों में सार्थक भूमिका निभाती हैं जो समृद्ध होते भारत की असली पहचान है.आर के सिन्हा ने कहा कि जैविक खेती में करियर बनाने वाले न केवल लोगों के लिए बल्कि पर्यावरण के लिए भी प्रतिबद्धता से काम हो रहे हैं.
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