राजधानी के 60 से ज्यादा मोहल्ले में संक्रमित
तीसरी लहर में कोरोना ने तेजी से फैलना शुरू कर दिया है. पटना के ज्यादातर मोहल्ले कोरोना संक्रमण की जद में हैं. हर दूसरे मोहल्ले से संक्रमित मिल रहे हैं. सबसे ज्यादा प्रभावित बोरिंग रोड और पटना सिटी का इलाका है.कंकड़बाग, राजा बाजार, कदमकुआं, पटना जंक्शन इलाका, गर्दनीबाग, फुलवारी, अशोक राजपथ आदि इलाकों से भी रोज संक्रमित मिल रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग की परेशानी का सबसे बड़ा कारण है कि अब ज्यादातर मरीज कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग वाले और स्थानीय हैं. 60 से ज्यादा मोहल्ले में संक्रमित मिले हैं. पटना एम्स के दो और एनएमसीएच के 17 डॉक्टर भी संक्रमित पाए गए हैं. पटनासिटी में गुरुगोविंद सिंह अस्पताल के हेल्थ मैनेजर भी
पटना एम्स के कोविड इलाज के नोडल पदाधिकारी डॉ. संजीव कुमार ने बताया कि पटना में तीसरी लहर की शुरुआत हो चुकी है. अभी से ही इस पर ब्रेक नहीं लगाया गया तो स्थिति और खतरनाक होगी. कोरोना वायरस का नया वेरिएंट ओमीक्रोन बहुत तेजी से फैलता है. जीनोम सीक्वेंसिंग की जांच बहुत जरूरी है. बिहार में जनसंख्या घनत्व बहुत ज्यादा है. इसलिए इस वेरिएंट के फैलने की आशंका बहुत ज्यादा है. कोविड प्रोटोकॉल का पालन सख्ती से करने की जरूरत है. संक्रमित मरीज जहां भी हैं, वहीं पर अपना इलाज कराएं. एक जगह से दूसरी जगह इलाज के लिए यात्रा नहीं करें. सरकार ने हर जगह ऑक्सीजन और बेड की व्यवस्था की है. जहां स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हैं वहीं इलाज कराएं.
पटना में कोरोना विस्फोट होने के बाद भी लोग नहीं चेत रहे हैं. बाजारों, मंडियों, रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों आदि पर भी लोग मास्क नहीं पहन रहे हैं. यहां तक कि अस्पताल में खड़े लोग भी कोरोना मानकों का पालन करने में झिझक रहे हैं. ऐसे में पटना में जिस रफ्तार से कोरोना बढ़ रहा है, उसे रोक पाना मुश्किल होगा. विशेषज्ञों का कहना है कि ओमीक्रोन वेरिएंट बहुत तेजी से फैल रहा है. सघन आबादी को बहुत जल्दी चपेट में ले रहा है. ऐसे में सार्वजनिक जगहों पर विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है. पिछले दो दिनों से कोरोना की दोगुनी रफ़्तार के बाद भी को पटना में लोग नहीं सचेत दिख रहे हैं.
मंडियों में बेतरतीब भीड़ रुकने का नाम नहीं ले रही है. पटना की ज्यादातर मंडियों का यही हाल दिखा. अंटा घाट, कंकड़बाग टेंपो स्टैंड, राजेंद्र नगर सब्जी मंडी, अगमकुआं, मुसल्लहपुर हाट, मीठापुर, राजापुर पुल, गोसाईं टोला, दीघा सहित अन्य मंडियों में भी दोपहर बाद से भीड़ दिखी. दुकानों पर लोग एक-दूसरे से बगैर खरीदारी करते दिखे. वहीँ अस्पतालों में लोग वार्ड में आने-जाने वाले भी मास्क सिर्फ लटकाए हुए हैं. उनका नाक और मुंह ढका हुआ नहीं दिखा. यही नजारा अन्य वार्डों में भी दिखा. पीएमसीएच जैसा ही हाल गार्डिनर रोड अस्पताल में दोपहर दस बजे दिखा. यहां कोरोना जांच के लिए भी लोग कतार में खड़े दिखे.
पांच देशों के लोगों को भारत आने पर होम आइसोलेशन जरूरी
दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना, अमेरिका, इंग्लैंड व हांगकांग
राजधानी में ओमिक्रोन की एंट्री के बाद स्वास्थ्य विभाग की ओर से पटना में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. सिविल सर्जन की देखरेख में अलग से ओमिक्रोन मरीजों के लिए सर्विलांस टीम काम कर रही है. एक टीम में पांच लोगों को शामिल किया गया है, जो पटना जिले के अलग-अलग इलाके में कांटेक्ट ट्रेसिंग कर पड़ताल करेगी. इसको देखते हुए जिले में सख्त निर्देश दिया गया है. पांच देशों-दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना, अमेरिका, इंग्लैंड व हांगकांग से आने वाले यात्रियों को अब कम-से-कम 10 दिन होम आइसोलेशन में रहना होगा. साथ ही उन्हें 10 दिनों में तीन बार कोरोना जांच भी करानी होगी.
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