बिहार में 62.91 तक पहुंच गया रिकवरी रेट

बढ़ रहे हैं पॉजीटिव केस, घट रही है रिकवरी रेट

बिहार में रविवार को 1412 नये मामले सामने आए हैं. आंकड़ों की बात करें तो अब बिहार में कोरोना पॉजीटिव मामलों की संख्या बढ़कर 26379 हो गई है. इनमें से स्वस्थ होने वाले लोग 16597 हैं. कुल 180 लोग कोरोना वायरस संक्रमण से जान गवां चुके हैं. बिहार में कुल 9602 एक्टिव कोरोना पेशेंट्स हैं. जिनमें से सबसे ज्यादा मामले राजधानी पटना में हैं. पटना में 148 नये मामले सामने आए हैं पिछले 24 घंटे में और यहां अब 3696 कोरोना केसेज हैं. इनमें से 1951 स्वस्थ हो चुके हैं. दूसरे नंबर पर भागलपुर हैं जहां 1601 मरीज हैं. इनके बाद मुजफ्फरपुर में 1151, सिवान में 1102, बेगूसराय में 1076 और नालंदा में 1047 मरीज हैं.




बिहार में जैसे-जैसे मामले बढ़ रहे हैं, रिकवरी रेट कम हो रही है. सरकार के आंकड़ों के मुताबिक आज अगर मरीज 26397 हैं तो फिलहाल मरीजों के ठीक होने की दर 62.91 है. जो 1 जुलाई को 10075 मरीजों पर 77.52 थी. 10 जुलाई को 14330 मरीजों पर रिकवरी रेट 71.54 थी.

क्या कहते हैं मंत्री मंगल पांडे

स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग कोरोना मरीजों को बेहतर इलाज देने के लिए हरसंभव कोशिश कर रहा है. कोरोना मरीजों के बेहतर इलाज के लिए केंद्र सरकार द्वारा पूर्व में भेजे गए एक सौ वेंटिलेटर के अतिरिक्त और 264 वेंटिलेटर भेजा गया है. इसमें से 25 वेंटिलेटर एम्स, पटना एवं शेष वेंटिलेटर राज्य के विभिन्न मेडिकल काॅजेल सह अस्पताल में लगेंगे. पिछले दो महीने में केंद्र द्वारा स्वास्थ्य विभाग को जहां 364 वेंटिलेटर की अधिप्राप्ति हुई, वहीं राज्य सरकार द्वारा भी 30 वेंटिलेटर उपलब्ध कराया गया है. साथ ही और एक सौ वेंटिलेटर केंद्र सरकार की तरफ से प्राप्त होने वाले हैं. इन वेंटिलेटरों के लगने से मेडिकल काॅलेज सह अस्पतालों में कोरोना मरीजों का बेहतर इलाज संभव होगा, जहां कोरोना मरीजों के लिए 100-100 बेड आरक्षित रखे गये हैं.

क्या कहती है सरकार

बिहार के कई अस्पतालों में मरीजों के साथ हो रहे भेदभाव और विशेष रुप से पटना एम्स की तस्वीरें तेजी से वायरल हो रही है. सरकार कठघरे में है. कोरोना मरीजों के लिए सरकार की सारी व्यवस्था और तैयारी नाकाफी साबित हो रही है. इस बीच बिहार के जनसंपर्क सचिव अनुपम कुमार ने कहा है कि सूबे के अनुमंडल स्तर पर और पीएचसी में भी कोरोना की जांच रैपिड एंटीजन किट से की जाएगी. उन्होंने कहा कि एक सप्ताह के अंदर जांच शुरू हो जाएगी.

राजेश तिवारी

Related Post