राजगीर।। सहकारिता विभाग पैक्सों के सुदृढ़ीकरण के लिए विभिन्न योजनाओं के माध्यम से पैक्सों में जन औषधि केन्द्र, पेट्रोल पंप इत्यादि खुलेंगे. ये कहना है बिहार के सहकारिता मंत्री सुरेंद्र यादव का जो शुक्रवार को राजगीर में टैक्स प्रतिनिधियों को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि सरकार पैक्सों को आर्थिक रूप से सबल बनाना चाहती है. इस वर्ष धान अधिप्राप्ति का लक्ष्य 45 लाख मेट्रिक टन निर्धारित है, जिसे शत्-प्रतिशत पूरा कर लिये जाने हेतु उन्होंने पैक्स अध्यक्षों से अनुरोध किया.
आपको बता दें कि सहकारिता विभाग द्वारा पूरे राज्य भर के पैक्स अध्यक्ष एवं प्रबंधकों के क्षमतावर्धन के लिए सघन प्रशिक्षण कार्यक्रम चल रहा है. इसी क्रम में एक दिवसीय कार्यशाला-सह-प्रशिक्षण राजगीर में आयोजित किया गया. इससे पूर्व दिनांक 20.09.2023 को ऊर्जा ऑडिटोरियम, शास्त्रीनगर, पटना में 800 प्रतिभागियों, दिनांक 14.11.2023 को ऊर्जा ऑडिटोरियम, शास्त्रीनगर, पटना में अखिल भारतीय सहकारिता सप्ताह के अवसर पर 800 प्रतिभागियों एवं दिनांक 24.11.2023 को बापू सभागार, अशोक कन्वेंशन सेंटर, गाँधी मैदान, पटना में 5000 प्रतिभागियों को प्रशिक्षण प्रदान किया जा चुका है. इसी कड़ी में क्षेत्रीय स्तर पर एक दिवसीय कार्यशाला-सह-प्रशिक्षण का आयोजन प्रारंभ किया गया है, जिसके तहत नालंदा, नवादा एवं शेखपुरा जिलों के सभी पैक्स अध्यक्ष एवं प्रबंधकों हेतु दिनांक 15.12.2023 को राजगीर अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर, राजगीर, नालंदा में कार्यशाला-सह-प्रशिक्षण का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ० सुरेन्द्र प्रसाद यादव, मंत्री, सहकारिता विभाग, बिहार एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में जितेन्द्र कुमार, विधायक, अस्थावां, नालंदा उपस्थित रहे. इस कार्यशाला में नालंदा, नवादा एवं शेखपुरा जिलों के लगभग 1000 पैक्स अध्यक्षों एवं प्रबंधकों ने भाग लिया. कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य पैक्सों को पारम्परिक व्यावसायिक गतिविधियों जैसे खाद्यान्न अधिप्राप्ति एवं खाद व्यवसाय के अतिरिक्त बहुउद्देशीय व्यावसायिक संस्था के रूप में विकसित करने हेतु तकनीकी रूप से सक्षम बनाना है. पैक्सों को सेवा प्रदाता के रूप में विकसित करने तथा उनके प्रशासनिक क्षमता का संवर्द्धन कर अधिक कार्यकुशल एवं प्रभावी बनाना है. इसका उद्देश्य पैक्स में सदस्यों की सहभागिता भी बढ़ाना है ताकि पैक्स पूरे लोकतांत्रिक तरीके से कार्य कर सकें.
विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने पैक्स अध्यक्षों एवं प्रबंधकों के स्वागत से कार्यशाला का प्रारंभ किया. उन्होंने सभी प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि पैक्स सहकारिता विभाग की महत्वपूर्ण कड़ी है. उन्होंने कहा कि राज्य में कल सहकारी समितियों में एक तिहाई केवल पैक्स हैं. पैक्स की कुल सदस्यता लगभग 1.40 करोड़ है. इस दृष्टिकोण से वे राज्य के सबसे महत्वपूर्ण लोकतांत्रिक एवं सहकारी संस्था है। उनके द्वारा सहकारिता विभाग में नवाचार एवं तकनीक आधारित कार्यों के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई। उन्होंने पैक्स को किसानों के लिये कृषि इनपुट, उत्पादों के बाजार तथा बैंकिंग उत्पादों के लिये One stop Solution बनाने पर बल दिया. राजेश मीणा, निबंधक, सहयोग समितियाँ, बिहार, पटना द्वारा बदलते वैश्विक परिपेक्ष्य में राज्य सरकार द्वारा सहकारी समितियों को सेवा प्रदाता के रूप में विकसित करने तथा कार्यक्रम की उपयोगिता के संबंध में प्रतिभागियों को जानकारी प्रदान की गई। पैक्स, सहकारी बैंक के सहयोगी के रूप में किसानों के सच्चे साथी बन सकते है. वर्कशॉप में सहकारिता विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों के संबंध में लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया. इसके माध्यम से सहकारिता विभाग की विभिन्न योजनाओं के बारे में फिल्म के माध्यम से जानकारी एवं उपलब्धियों के बारे में प्रस्तुतीकरण दिया गया.
कार्यशाला में संयुक्त निबंधक, सहयोग समितियाँ, पटना, मगध एवं मुंगेर तथा नालंदा, नवादा एवं शेखपुरा और मुख्यालय के विभागीय पदाधिकारी भी उपस्थित रहे.
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