कलाकार साझा संघ ने दी श्रद्धांजलि
वरिष्ठ रंगकर्मी कन्हाईलाल और नृत्य गुरू नागेंद्र मोहिनी के आकस्मिक निधन पर कलाकार साझा संघ ने एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया. इस दौरान सभी कलाकारों ने उन्हें अश्रुपूरित श्रद्धांजलि अर्पित किया . इस दौरान बिहार संगीत नाटक अकादमी के अध्यक्ष आलोक धन्वा ने एच कन्हाईलाल और नागेंद्र मोहिनी के निधन को कला जगत को बड़ी क्षति बताया. उन्होंने इस दौरान उनके साथ बिताए क्षणों को लोगों से साझा किया. धन्वा ने कहा कि एच कन्हईलाल के बताए प्रतिरोध के रास्ते को छोड़ा नहीं चाहिए. मणिपुर में जो प्रतिरोध के स्वर को अपने नाटक के जरिए उठाया, वह अविस्मरणीय है. वहीं, कलाकार साझा संघ के अध्यक्ष कुमार अनुपम द्वारा दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि देते समय आंखें नम हो गई. उन्होंने कहा कि नागेंद्र मोहिनी ने बहुत कम उम्र से ही नृत्य के क्षेत्र को चुन लिया था. उन्होंने आज के युवाओं को एक नया रास्ता दिखाया है. अब अवश्यकता है नए लोगों को उनके बताए रास्ते पर चलें.
अमिया दा ने कहा कि मोहिनी जी लाहौर में जन्में और बिहार की कलाओं को आत्मसात कर लिया. पल्लवी विश्वास ने उनके बताए रास्ते पर कलाकारों को चलने के लिए जोर दिया. पल्लवी ने कहा कि ये दोनों विभिन्न विधा के उत्कृष्ट कलाकार थे. राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के छात्र रह चुके रंधीर कुमार ने कहा कि कन्हाईलाल एक ऐसे शिक्षक थे जो अपनी पत्नी सावित्री बा से द्रौपदी नाटक में मणिपुर में सेना की बर्बाता को अविस्माणीय ढंग से दिखाया.श्रद्धांजलि सभा में अर्चना सोनी, संजूला, नीलम चौधरी, अभिनव, काशीनाथ, जितेंद्र चौरसिया ,राजेश राजा ,अन्जारुल ,डॉ अशोक प्रियदर्शिनी ,यामिनी , मीना सिंह ,मृत्युंजय ,कुंदन ,रौशन ,पप्पू ठाकुर ,प्रवीन सप्पू ,धर्मेश मेहता ,कुणाल सिकंदर , ,संगीत रमण,मिथलेश सिंह ,आदिल रशीद ,अर्चना चौधरी ,शांति जैन ,पल्लवी विश्वाश,मो जहाँगीर,प्रेमलता मिश्रा ,राधा सिन्हा समेत कई वरिष्ठ कलाकार एवं साहित्यकार उपस्थित थे .