नहीं थम रहा जहरीली शराब से मौत का मामला
परिजनों ने कहा -शराब पीने के बाद तबीयत बिगड़ी
अस्पताल में दम तोड़ दिया,कई लोगों की आँख की रौशनी गई
प्रशासन का कहना बीमारी से हुई मौत
बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू है, लेकिन जहरीली शराब से मौतों की घटनाएं थमने का नाम ही नहीं ले रही हैं. राज्य में शराब बनाना, बेचना, रखना, पीना और पिलाना सब गैरकानूनी है. फिर भी जहरीली शराब पीकर मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है. अब सारण में एक बार फिर जहरीली शराब पीने से मौत की घटना हुई है.सारण में 5 लोगों की संदिग्ध हालत में मौत हुई है. परिवार वालों का कहना है कि सभी ने शराब पी थी. अचानक तबीयत बिगड़ने लगी. अस्पताल में इलाज के दौरान सभी ने दम तोड़ दिया. पुलिस-प्रशासन मौतों के पीछे की वजह बीमारी बता रहा है. पुलिस का कहना है कि सभी की मौत बीमारी के चलते ही हुई है. गरखा थाना क्षेत्र के मोतीराजपुर पंचायत के औढ़ा गांव में संदिग्ध हालात में एक व्यक्ति की मौत हो गई. बाकी चारों भुवालपुर गांव के रहने वाले थे. मौत के कारणों का खुलासा नहीं सो सका है. लेकिन, ग्रामीणों का आरोप है कि जहरीली शराब के सेवन से युवक की मौत हो गई है. बाकी दो मौतें अलग-अलग गांव में हुई है.
मृतक की पहचान गड़खा के मोतीराजपुर निवासी करमुल्लाह खान के 35 वर्षीय पुत्र अलाउद्दीन खान के रूप में हुई है. मौत की सूचना मिलते ही गरखा थाने की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची है. पुलिस मामले को दबाने के साथ तबीयत खराब होने पर मौत की बात कर रही थी. इस दौरान ग्रामीण अचानक से आक्रोशित हो गए. पुलिस से सामने विरोध में नारेबाजी करते हुए विरोध करने लगे. इसके बाद पुलिस गांव से निकल वरीय पदाधिकारी को सूचित किया गया. कई थाने की पुलिस मौके पर पहुंचकर मामले की छानबीन में जुट गई है . गरखा थाना अध्यक्ष रामसेवक रावत, सीओ मोहम्मद जौवाद आलम, सदर एसडीपीओ मुनेश्वर प्रसाद सिंह, पहुंच मामले के जांच मे जुटे हुए हैं. जबकि, ग्रामीण मौत का कारण देशी शराब का सेवन बता रहे है. ग्रामीणों के आक्रोश के बाद गुरुवार की देर रात शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया. यहां जिलाधिकारी के विशेष आदेश पर देर रात शव का पोस्टमार्टम हुआ.
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