जनसहकारी महाविद्यालय में प्राचार्य बनने को ले छिड़ी जंग
गड़हनी, 7 जनवरी. जनसहकारी डिग्री महाविद्यालय बराप, गड़हनी में प्राचार्य कौन है को लेकर उपापोह की स्थिति बनी हुई है. प्राप्त जानकारी के अनुसार वीर कुंवर सिंह विश्व विद्यालय आरा के परीक्षा नियंत्रक कार्यालय से 22 नवम्बर 2017 को एक चिठ्ठी निर्गत किया गया जिसमें वर्तमान प्रभारी प्राचार्य कृष्ण दुबे को बदलने का फरमान जारी किया था. जारी फरमान के आलोक में 07 दिसंबर 2017 को अनुमंडल पदाधिकारी आरा द्वारा एक चिट्ठी निर्गत कर प्रभारी प्राचार्य को हटा कर जितेंद्र कुमार पांडेय को प्रभारी प्राचार्य बना दिया गया. SDO द्वारा निर्गत चिठ्ठी के आलोक में 2 जनवरी 2018 को जितेन्द्र कुमार पांडेय ने प्रभारी प्रचार्य का पद ग्रहण किया, लेकिन सबसे हैरानी की बात यह रही कि पुनः 6 जनवरी 2018 को विश्व विद्यालय के कुल सचिव ने 22 नवम्बर 2017 को निर्गत चिठ्ठी को निरस्त कर दिया. फिलहाल महाविद्यालय में प्राचार्य के पद पर कौन विराजमान है को लेकर शिक्षको व छात्र छात्राओं के लिये सिरदर्द बना हुआ है.ऐसे कुछ शिक्षको का कहना है कि जिस चिठ्ठी के आलोक में प्रभारी प्राचार्य कृष्ण दुबे को हटा जितेन्द्र कुमार पांडेय को प्रभारी प्राचार्य बनाया गया था उस चिठ्ठी को जब विश्व विद्यालय के कुल सचिव ने निरस्त कर दिया तो कृष्ण दुबे ही प्राचार्य के पद पर कायम है. ऐसे में प्रचार्य कौन है यह चर्चा का विषय बना हुआ है. इतना ही नही विश्वविद्यालय कुल सचिव द्वारा निर्गत चिट्ठी में कृष्ण दुबे को ही प्रभारी प्राचार्य को ही इंकित किया है. अब मामला जो भी हो पर फिलहाल जनसहकारी महाविद्यालय प्राचार्य पद को लेकर रण क्षेत्र बना हुआ है.
- गड़हनी से मुरली मनोहर जोशी की रिपोर्ट