‘हमारा बिहार जिंदाबाद’ और ‘नीतीश कुमार जिंदाबाद’ के नारों से गूँजा “दावां”
सभा मे जीविका दीदी के नाम पर आयीं 4-5 की बच्चियां
CM नीतीश ने किए ये घोषणाएं:-
* कुंवर सिंह के विजयोत्सव पर 3 दिवसीय राजकीय सम्मान का होगा आयोजन
* 2018 के अंत तक हर घर मे पहुंचेगी बिजली
* स्वच्छ पानी, गली और नालियों का भी हर टोले तक होगा निर्माण
* 2019 में बनेगा एक वित्त निगम,जहां से राज्य सरकार छात्रों को देगी 4 लाख तक की सहायता
* 1 माह बाद एक ‘महानिरीक्षक मद्य निषेध’ नियुक्त होगा जो शिकायतकर्ता से करवाई पर लेगा feedback
दावां,14 जनवरी. समीक्षा यात्रा के चौथे चरण में CM नीतीश कुमार शनिवार को भोजपुर पहुंचे. बक्सर में हुए विरोध और पथराव के बाद अनहोनी को लेकर प्रशासन और जनता तक कयास लगाए हुए थे. इस कयासों ने थोड़ा डगमग उस समय लोगो को किया जब AISA ने विरोध मार्च निकाल प्रदर्शन किया. लेकिन उन्हें सभा स्थल तक जाने से रोक दिया गया. लेकिन कयासों के बादल उस वक्त छंट गए जब दावां पहुंचे CM का लोगों ने जय-जयकार कर स्वागत किया. कैम्ब्रिज पब्लिक स्कूल बिहियां के बच्चे और बच्चियां हाथों में नारों के साथ उनके स्वागत को तैयार थे. सभा मे मौजूद हजारों लोगों ने ‘हमारा बिहार जिंदाबाद’ और ‘नीतीश कुमार जिंदाबाद’ के जब नारे लगाए तो आशंकाओ से घिरे सबके चेहरे खिल उठे.
CM ने भोजपुर जिले के जगदीशपुर प्रखंड के दावां पहुंच कर विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास किया. इस दौरान सीएम ने दावां में डिजिटल पंचायत सरकार भवन का लोकार्पण किया और वार्ड संख्या 6 और 7 का दौरा कर 7 निश्चय से जुड़ी योजनाओं का जायजा भी लिया. सात निश्चय से जुड़ी योजनाओं के निरीक्षण के बाद CM सभास्थल पर पहुंचे. सभा स्थल पर गांव की मुखिया कुसुमलता के साथ कई लोगों ने CM का जोरदार स्वागत किया. CM के आने के बाद में संचालन कर रही मशहूर रंगकर्मी और नृत्यंगना सोमा चक्रवर्ती ने भोजपुर के DM संजीव कुमार को स्वागत भाषण के लिए बुलाया. DM ने अपने उद्गार भाषण में CM का स्वागत करते हुए भोजपुरवासियों के गौरवशाली इतिहास का भी परिचय दिया. उसके बाद 222 करोड़ रुपये की लागत से बन रही 257 योजनाओं का नीतीश कुमार ने शिलान्यास मंच से रिमोट का बटन दबा कर किया. CM नीतीश कुमार पंचायत सरकार भवन के भ्रमण के दौरान यहां के इतिहास की चर्चा देखी और इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने इसकी चर्चा मंच से की. गांव में हुए विकास कार्यो को देख वे मुखिया सुसुमलता के मुरीद बन गए. CM ने मंच से कहा कि जब सुसुमलता उनसे विकास के काम के लिए मिलीं तो उन्होंने एक कागज भी दिया जिसपर यहां का इतिहास लिखा हुआ था. 1311 में उज्जैन से लोग इस धरती पर आये. मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबू कुंवर सिंह ने इसी धरती पर लोगों को गोलबंद कर स्वतंत्रता संग्राम की पहली विगुल फूंकी. बाबू कुंवर सिंह का बहुत बड़ा योगदान है लेकिन इतिहास में उन्हें वो जगह नही मिला जितना मिलना चाहिए था. CM ने कुंवर सिंह के 160वें विजयोत्सव के मौके पर इस वर्ष 23-25 अप्रैल तक तीन दिवसीय राजकीय सम्मान के साथ मनाने का एलान किया. साथ ही उन्होंने कहा कि 90% बीमारियों का जड़ दूषित जल है इसलिए इस साल के अंत तक बिजली के साथ पानी, पक्की गलियाँ और नाली भी हर टोले तक पहुंचाएंगे.
दहेज उत्पीड़न ने बिगाड़ी बिहार की छवि, क्राइम में 22वें स्थान पर
मुख्यमंत्री ने काम मे अडंगा लागाने वाले और काम न करने वालों को भी नसीहत दी. उन्होंने छात्र क्रेडिट कार्ड के बाद भी बैंकों के रवैये से नाराज हो कहा कि अगले साल से एक वित्त निगम बनेगा और वही से 4 लाख तक की सहायता राज्य सरकार छात्रों को देगी, जो उच्च शिक्षा के लिए काम आएगा. शराब पर लगाम लगने के बाद भी धंधेबाजों और अफसरों की मिलीभगत पर चुटकी लेते हुए CM ने कहा कि उन्हें सब पता है कि कौन-कौन से लोग गड़बड़ी फैलाये हुए हैं. शराबबंदी पर अध्ययन करने बिहार में देश ही नही विदेश से टीम आ रही है. उन्होंने उपस्थित जन समुदाय से कहा कि 1 माह बाद एक महानिरीक्षक मद्य निषेध नियुक्त किया जाएगा जो ऐसे लोगों पर लगाम लगायेंगे. जनता के लिए एक नम्बर दिया जाएगा जिसपर वो ऐसे धंधेबाजों और सेटिंग करने वाले अधिकारियों पर शिकायत कर सकते हैं. शिकायतकर्ताओं का नाम सरकार गुप्त रखेगी साथ ही शिकायतकर्ता से फीडबैक भी लिया जाएगा कि एक्शन हुआ या नही. मतलब पारदर्शिता की पूर्ण गारंटी होगी. उन्होंने कहा कि बिहार क्राइम में नही दहेज और दहेज उत्पीड़न की वजह से बदनाम है. दहेज उत्पीड़न में देश मे दूसरे नम्बर पर और क्राइम में 22वें नम्बर पर है. उन्होंने दहेज लेने वाले हर सगी-सम्बन्धी, भाई या दोस्त से दूरी बनाने की अपील की. उन्होंने कहा कि आप शपथ लें दहेज वाले विवाह में आप नही जाएंगे, देखिये दहेज खुद खत्म हो जाएगा. साथ ही लोगों से कहा कि सरकारी तंत्र के भरोसे विकास नही होगा आपको भी जागरूक होना पड़ेगा. इसलिए जागरूक नागरिक बनिये. जाते-जाते उन्होंने दहेज और बाल-विवाह के विरोध में लोगों का समर्थन हाथ उठाकर मांगा तो सभा पर मौजूद जनसैलाब ने अपने दोनों हाथ उठाकर समर्थन दिया. इस पर चिर परिचित अंदाज में मुस्कुराते हुए लोगों से अभिमुख होते हुए उन्होंने कहा कि देख लीजिये इस कड़कड़ाती ठंड में भी आज सूर्य के समक्ष आपने हाथ उठाकर समर्थन दिया है. सूर्यदेव के पूजन से ही बिहार की एक विशेष पहचान है इसलिए समर्थन देने वाले 21 जनवरी को दहेज विरोधी मानव श्रृंखला का जरूर हिस्सा बने. डीडीसी शशांक शम्भू ने धन्यवाद ज्ञापन किया.
4-5 वर्ष की बच्चियां आयी थी बन “जीविका दीदियाँ”
नीतीश कुमार के सभा स्थल पर जीविका से आयी 6000 जीविका दीदियों से सभा स्थल भरा पड़ा था. सभा स्थल पर जीविका के डीपीएम संजय प्रसाद पासवान ने बताया कि भोजपुर जिले के विभिन्न जगहों से ये जीविका दीदियाँ आयी हुईं हैं. जब कैमरे ने इनकी तस्वीरें उतारीं तो कैद हुए 4-5 साल की बच्चियों के भी चेहरे तो 60 साल के बाद के भी चेहरे. इस बात के लिए जब पूछा गया तो dpm ने कहा कि बच्चे साथ मे लोग लाये होंगे. लेकिन आप तस्वीरों में खुद देखिए बैच लगाईं ये बच्चियां खुद बयान कर देंगी सच्चाई. सूत्रों की माने तो इतनी संख्या में इन्हें टोपी का लालच दे बुलाया गया था.
दावां से ओ पी पांडेय की रिपोर्ट
फ़ोटो: सत्य प्रकाश सिंह