पटना के आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय में सेंटर ऑफ ज्योग्राफी खुलेगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसका प्रस्ताव देते हुए कहा है कि वहां विभिन्न समस्याओं के अध्ययन के साथ-साथ उनके निदान के उपाय सुझाए जा सकते हैं. सीएम रविवार को ज्ञान भवन में एसोसिएशन ऑफ ज्योग्राफर्स (बिहार-झारखंड) के 19वें कान्फ्रेंस सह दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. पटना स्थित A N कॉलेज के ज्योग्राफी विभाग की ओर से अर्बन डायनामिक्स स्मार्ट सिटी प्रोस्पेक्टस इन बिहार-झारखंड विषय पर ये आयोजन किया गया था.
भूगोलवेत्ताओं से अपील करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यावरण की सुरक्षा के लिए गंभीर पहल करनी होगी. जनचेतना के साथ-साथ अभियान चलाना होगा. कुदरत की ताकत को देखते हुए कार्ययोजना बनाइए.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भूगोलवेत्ताओं के सम्मेलन में शहरीकरण के साथ-साथ साफ-सफाई की संस्कृति को विकसित करने पर भी जोर दिया.उन्होंने शहरों के विकास के लिए प्राकृतिक वातावरण को भी जरूरी बताया और कहा कि विकास के नाम पर पेड़ों की कटाई नहीं होनी चाहिए. स्वच्छता के लिए लोगों को अपनी आदतों को भी बदलना पड़ेगा. CM ने पर्यावरण से छेड़छाड़ पर चिंता जताते हुए शहरीकरण एवं विकास के साइड इफेक्ट की चर्चा की. मुख्यमंत्री ने इसे विनाश की दस्तक बताया और कहा कि हालात से निपटने के लिए हमें अभी से कारगर कदम उठाने होंगे. सिर्फ बहस से रास्ता नहीं निकलने वाला.