राजनीतिक गलियारे में मचा बवाल
नीतीश कुमार ने कहा शराब पीने वाले महापापी
पुलिस वालों की साठगांठ से शराब की बिक्री की मिली शिकायत
पुलिसकर्मी भी नहीं बचेंगे
बिहार में करीब पौने दो करोड़ लोगों ने शराब पीना छोड़ दिया
मुख्यमंत्री नीतीश कुमारकी शराबबंदी के कड़े कानून के बाद भी बिहार आये दिन शराब बरामद करने की खबर सामने आती रही है.नालियों से कचरे की जगह खाली शराब की बोतलें मिल रही है .जेल में शराबियों की संख्या बढ़ गई जिसके बाद शराबबंदी कानून में संशोधन के बाद नीतीश कुमार ने विधान परिषद में शराबबंदी कानून संशोधन विधेयक को लेकर फिर सख्त संदेश दिया. उन्होंने साफ़ साफ़ कह दिया कि सरकार जहरीली शराब पीकर मरने वालों के प्रति किसी भी सूरत में नरमी नहीं बरतेगी. उन्होंने कहा कि शराबबंदी कानून और बापू के सिद्धांतों को नहीं मानने वाला एवं शराब पीने वाला हिंदुस्तानी हो ही नहीं सकता है. वह महापापी और महा अयोग्य है.
दरअसल, राजद के सुनील सिंह द्वारा शराबबंदी कानून के बाद बिहार में दूसरे नशे का चलन बढऩे की बात कही गई थी. वह शराब के चलते जेल गए लोगों को बिना शर्त छोडऩे की मांग कर रहे थे. सुनील के सुझाव को मुख्यमंत्री ने खारिज कर दिया. नीतीश कुमार ने कहा कि किसी भी तरह से सरकार जहरीली शराब पीकर मरने वालों और जेल जाने वालों के प्रति सहानुभूति नहीं रखती है. सरकार जहरीली शराब बनाने वालों को किसी भी सूरत में नहीं छोड़ेगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि शराबबंदी अभियान के बाद बिहार में करीब पौने दो करोड़ लोगों ने शराब पीना छोड़ दिया है. इसके तमाम फायदे महिलाएं समाज सुधार यात्रा के दौरान बताती हैं. महिलाएं कहती हैं कि शराब छोडऩे वालों के घरों में खुशहाली लौट आई है. बचत बढ़ गई है. आर्थिक पक्ष में सुधार हुआ है. सब्जियों की खपत बढ़ गई है. जहां तक जहरीली शराब से बिहार में मौत की बात है तो दूसरे प्रदेश जहां शराबबंदी नहीं, वहां बिहार से ज्यादा लोग जहरीली शराब पीकर मर रहे हैं.
अपने संबोधन में महिलाओं द्वारा समाज सुधार यात्रा के दौरान पुलिस वालों की साठगांठ से शराब की बिक्री से संबंधित की गई शिकायत का भी जिक्र किया. सदन के सदस्यों को सुझाव दिया कि निजी तौर पर गोपनीय शिकायत करें. हर हाल में कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी. पुलिस लगातार कार्रवाई कर रह रही है. उन्होंने शराब बिक्री में पुलिस वालों के खिलाफ सख्त संदेश दिया. आखिर में सत्ता पक्ष के साथ विपक्षी सदस्यों ने शराबबंदी संशोधन कानून का सर्वसम्मति से समर्थन किया.
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