आधे अधूरे निर्माणाधीन सर्जिकल प्रोजेक्ट का सीएम ने किया लोकार्पण
बीजेपी स्वास्थ्य मंत्री के कार्यकाल में प्रोजेक्ट को मिली मंजूरी
सुपर स्पेसियलिटी हॉस्पिटल में जंग खा रहे कीमती उपकरण, नहीं किया जा रहा चालू
दरभंगा एम्स नहीं बनने देना चाहती बिहार सरकार
संजय मिश्र,दरभंगा
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सम्राट चौधरी ने सीएम नीतीश पर जमकर निशाना साधा है. दरभंगा पार्टी कार्यालय में प्रेस को संबोधित करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि डी .एम .सी .एच सर्जिकल भवन का लोकार्पण कर सीएम नीतीश ने जनता की आंख में धूल झौंका है. उन्होंने कहा कि यह प्रोजेक्ट भाजपा के तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री द्वारा स्वीकृत किया हुआ है.
प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि एक ओर आधे अधूरे सर्जिकल भवन का लोकार्पण हुआ है वही दूसरी ओर दो वर्षो से तैयार स्पेसियलिटी हॉस्पिटल उद्घाटन की बाट जोह रहा है. स्पेसियलिटी हॉस्पिटल में मरीज इलाज के इंतजार में हैं जबकि यहां लगे करोड़ों के मशीन और उपकरण में जंग लग रहा है. पानी की समुचित व्यवस्था और वाहन पड़ाव के अभाव के कारण इसका लोकार्पण अटका पड़ा है. हालांकि पानी की व्यवस्था दरभंगा सांसद के एकच्छिक कोष से उच्च स्तरीय पंप लगाकर करवा दिया गया है. डॉक्टर नियुक्त हैं. हार्ट, कैंसर विभाग में प्रतिदिन सैकड़ों मरीजों की जान बच सकती है. लेकिन राज्य सरकार उदासीन है.
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि साल 15 _16 के केंद्रीय बजट में एम्स की स्वीकृति हुई. राज्य सरकार को 200 एकड़ जमीन उपलब्ध कराने को कहा गया. उस समय चाचा भतीजा की सरकार थी. चार वर्ष तक एम्स नहीं बनने को लेकर सभी हथकंडा अपनाया गया. केंद्र के किसी पत्र का जवाब देना राज्य सरकार ने मुनासिब नहीं समझा और आज मुख्यमंत्री एम्स बनने के पहले इसका श्रेय लेने को बेताब हैं.
मौजूदा स्वास्थ मंत्री का एम्स से जुड़ा बयान राज्य सरकार के सोच और मानसिकता को दर्शाता है कि आखिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार क्यों आठ वर्षो से दरभंगा एम्स को लटकाए हुए हैं? दरअसल सीएम नहीं चाहते कि नरेंद्र मोदी के हाथों दरभंगा एम्स का शिलान्यास हो. सम्राट चौधरी ने चेताया कि करोड़ों मिथिलावासी के स्वास्थ्य और जान माल़ का सौदा करने वाली महागठबंधन को यह घिनौना खेल काफी भारी पड़ेगा.
प्रदेशाध्यक्ष ने डिप्टी सीएम तेजस्वी के ज्ञान का उपहास उड़ाया. उन्होंने सवाल किया कि चारा घोटाला वाली पृष्ठभूमि और नौकरी के बदले जमीन लेने वाले आरजेडी के उपमुख्यमंत्री को बताना चाहिए कि देश के किस राज्य में 500 करोड़ में एम्स बना है. सम्राट ने बताया कि किसी भी एम्स के सिर्फ ढांचागत निर्माण और उपकरण पर हजारों करोड़ रुपया खर्च होता है और बाद में डॉक्टर , स्टाफ, दवाई, मशीन, रिसर्च सहित दैनिक रख रखाव पर हजारों करोड़ सलाना खर्च होता है. राज्य सरकार उपयुक्त जमीन मुहैया करवा दे तो हमलोग प्रधानमंत्री से मिलकर शिलान्यास भी करवा देंगे. साल 2020 में 1264 करोड़ के स्वीकृत के साथ ही डायरेक्टर भी नियुक्ति हो चुकी है.. दफ्तर संचालित है.
उन्होंने कहा कि जनता देख चुकी है कि 300 एकड़ जमीन राज्य कैबिनेट के माध्यम से केंद्र सरकार को हस्तांतरित किया गया था. डीएमसीएच एम्स निर्माण स्थल पर मिट्ठी भराई ,पूर्व से अवस्थित भवन को तोड़कर समतलीकरण किया गया और जब एम्स निर्माण प्रारंभ होना था तो राज्य सरकार ने जमीन वापस ले ली.डीएमसीएच परिसर में एम्स को दिए गए अतिक्रमित भूमि को मुक्त करवाने का क्या प्रयास राज्य सरकार ने किया.. जनता जानना चाह रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार को अतिक्रमण करने वाले इन भू माफिया से लगाव है.
प्रदेश अध्यक्ष ने याद दिलाया कि बिहार सरकार की दरभंगा एम्स को लटकाने अटकाने और भटकाने वाली नीति के विरुद्ध 02 अक्टूबर को सांसद गोपालजी ठाकुर ने बिहार सरकार द्वारा प्रस्तावित नए 30 फीट गड्डे वाले स्थल पर अनशन भी किया. केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री एस पी सिंह बघेल ने राज्य सरकार से 200 एकड़ अविवादित और उपयुक्त जमीन देने का अनुरोध किया था लेकिन राज्य सरकार उसी गढ़े वाली जमीन देने को लेकर अड़ी हुई है.
सम्राट चौधरी ने चाचा भतीजे की राज्य सरकार से अनुरोध किया कि एम्स को राजनीति का अखाड़ा न बनाएं. एम्स जैसी सुविधा का लाभ मिथिला की कई पीढ़ी को मिलता रहेगा. उन्होंने आगाह किया कि जनता के सामने चाचा भतीजा की सरकार की कलई खुल चुकी है. वो अब झांसे में नहीं आने वाली. सम्राट चौधरी ने दावा किया कि एनडीए को 2024 आम चुनाव में 40 में से 40 लोक सभा सीट मिलने वाला है. तब तक जो करना है कर लें दरभंगा में ही एम्स बनेगा.
इस प्रेस वार्ता में दरभंगा के सांसद गोपालजी ठाकुर, नेता प्रतिपक्ष हरि सहनी, पूर्व मंत्री सह जाले विधायक जीवेश मिश्रा, नगर विधायक संजय सरावगी, केवटी विधायक मुरारी मोहन झा, हायाघाट विधायक रामचंद्र प्रसाद, विधान पार्षद सुनील चौधरी, जिलाध्यक्ष जीवछ सहनी, जिला प्रभारी अरुण कुशवाहा और पार्टी के कई नेता शामिल हुए.