बिहार में नई शिक्षक नियुक्ति एवं सेवा शर्त नियमावली 2023 को लेकर शिक्षकों की नाराजगी के बीच एक तरफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तो दूसरी तरफ शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने बयान देकर उनकी नाराजगी दूर करने की कोशिश की है.
अंबेडकर जयंती के मौके पर जदयू कार्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि अब बिहार में शिक्षकों की सरकारी बहाली की जायेगी. इसी वर्ष बड़े पैमाने पर जल्द ही शिक्षकों की बहाली की जायेगी. अब शिक्षक सरकारी नौकरी में आयेंगे. उन्होंने कहा कि कुछ लोग सरकारी शिक्षक की बहाली पर अनाप-शनाप बोलने में लगे हुए हैं. पहले से जो शिक्षक हैं उनकी भी आमदनी बढ़ाई जायेगी.
इधर शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने मीडिया से बातचीत में कहा है कि जो शिक्षक लगातार बच्चों को पढ़ा रहे हैं उसी पढ़ाई के सिलेबस से अगर कुछ सवाल के जवाब देकर वे राज्यकर्मी का दर्जा पा सकते हैं तो इसमें परेशानी की बात कहां है. उन्होंने कहा कि महागठबंधन सरकार ने तो बहुत बड़ा काम कर दिया है कि अब शिक्षकों को सरकारी कर्मी का दर्जा मिलेगा और जो पहले से काम कर रहे हैं उनके लिए भी मौका है कि परीक्षा पास कर वह भी राज्यकर्मी का दर्जा पा सकते हैं.
दूसरी तरफ राज्य भर में 15 अप्रैल से शुरू होने वाली जातीय गणना का बहिष्कार करने की घोषणा कर चुके शिक्षकों ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक सरकार उनकी मांगे नहीं मानती तब तक वे जातीय गणना का बहिष्कार जारी रखेंगे. ऐसे ही एक तस्वीर सीतामढ़ी के रुनीसैदपुर से आई है जहां शिक्षकों ने प्रखंड विकास पदाधिकारी को जाति गणना का बहिष्कार संबंधी पत्र सौंप दिया है.
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