प्रधानमंत्री मोदी ने जताया घटना पर दुःख
40 से ज्यादा लापता, रेस्क्यू जारी
जम्मू-कश्मीर में शुक्रवार की शाम करीब साढ़े पांच बजे अमरनाथ की गुफा के पास बादल फट गया. इसमें 16 लोगों की मौत हो चुकी है. कई लोग लापता भी हैं. भारतीय सेना के नेतृत्व में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और आईटीबीपी की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं. बादल फटने के बाद सैलाब टैंटों के बीच से बहने लगा था, जिसके बाद श्रद्धालुओं के बीच हाहाकार मच गया.बादल फटने के बाद सैलाब टैंटों के बीच से बहने लगा था, जिसके बाद श्रद्धालुओं के बीच हाहाकार मच गया.
जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ गुफा के पास शुक्रवार शाम बादल फटने से बड़ा हादसा हो गया. भारी सैलाब में कई श्रद्धालु बह गए. अब तक 16 लोगों के मरने की पुष्टि हो चुकी है. 45 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. जबकि 40 से ज्यादा लोग लापता बताए जा रहे हैं. इनकी तलाश में रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है. मौके पर आईटीबीपी और एनडीआरएफ की टीमें डटी हैं. देर रात तक राहत और बचाव कार्य चलता रहा. शनिवार सुबह से एक बार फिर ऑपरेशन में तेजी लाई जा रही है.
सेना ने की श्रद्धालुओं के लिए पानी की व्यवस्था
भारतीय सेना के जवानों ने प्रभावित इलाकों में मौजूद तीर्थयात्रियों के लिए पीने के पानी की व्यवस्था की है. देर रात तक जवान श्रद्धालुओं की व्यवस्था में जुटे रहे.
पीड़ित परिवारों के साथ मेरी संवेदनाएं: रिजिजू
केंद्रीय कानून मंत्री किरण रिजिजू ने बादल फटने की घटना पर दुख जताया. रिजिजू ने कहा- पवित्र अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से कई श्रद्धालुओं के हताहत होने का समाचार अत्यंत पीड़ादायक है. जिन परिवारों ने अपनों को खोया है, उनके प्रति मेरी संवेदनाएं हैं. महादेव दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें. ऊं शांति.
करीब 1500 श्रद्धालुओं को सुरक्षित भेजा गया
ITBP की तरफ से बताया गया कि बाढ़ की वजह से पवित्र गुफा क्षेत्र के पास फंसे अधिकांश श्रद्धालुओं को पंजतरणी में भेज दिया गया है. ITBP ने अपने मार्ग खोलकर निचली पवित्र गुफा से पंजतरणी तक बढ़ा दिया है. कोई भी श्रद्धालु ट्रैक पर नहीं रह गया है. करीब 15,000 लोगों को सुरक्षित भेजा गया है.
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